जसपुर: दिनदहाड़े हुए मंजीत हत्याकांड का हुआ खुलासा...पुरानी रंजिश के चलते मारी थी गोली

जसपुर: दिनदहाड़े हुए मंजीत हत्याकांड का हुआ खुलासा...पुरानी रंजिश के चलते मारी थी गोली

जसपुर, अमृत विचार। पुलिस द्वारा दिनदहाड़े हुए मंजीत हत्याकांड का खुलासा किया गया। हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए व्यक्ति ने अपना जुर्म कुबूल किया। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद उसका चालान कर दिया।
शनिवार को जसपुर कोतवाली अंतर्गत गांव कलिया वाला के पास हाईवे पर तमंचे से गोली मारकर कलिया वाला निवासी किसान मंजीत सिंह पुत्र टहल सिंह की रंजिशन निर्मम हत्या कर दी थी और हत्या करके आरोपी समीपवर्ती गांव कल्याणपुर निवासी परमजीत सिंह उर्फ डम्पी पुत्र काबुल सिंह फरार हो गया था।
 
पुलिस ने घटना के 2 घंटे बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी से मंजीत की हत्या किए जाने के संबंध में गहन पूछताछ की। जिसके दौरान उसने मंजीत की हत्या किए जाने का जुर्म कुबूल किया। उसने मनजीत की हत्या किए जाने के करण के संबंध में बताया कि मृतक मंजीत सिंह द्वारा उसके साथ 7-8 साल पहले मारपीट की गई थी और मृतक मंजीत सिहं कलिया वाला के पास हाईवे पर उसके ढाबे के पास अपना ढाबा खोलना चाहता था।
 
जिसके कारण वह मंजीत सिहं से रंजिश रखने लगा था । इसी के चलते उसने गोली मारकर मंजीत की हत्या कर दी। उक्त घटना के सम्बन्ध में मृतक की पत्नी गुरमीत कौर द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 103(1)/61 बीएनएस के तहत परमजीत सिहं उर्फ डम्पी आदि के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उसका चालान कर दिया ।
 
घटना के बाद फरार हुए आरोपी परमजीत सिहं उर्फ डम्पी को मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र में सघन चेंकिग अभियान चलाकर छोई मोड़, सुल्तानपुर पट्टी से बोलेरो कार एच 16 एन- 0883 के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में धारा 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोतरी की।
 
घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक जगदीश ढकरियाल, उप निरीक्षक केसी आर्य, जावेद मलिक, सौरभ भारती, धीरज टम्टा, सुशील कुमार, संजय सिहं, ललित सिहं, संदीप शर्मा (चौकी सुल्तानपुर पट्टी) , कांस्टेबल कैलाश तोमक्याल (एसओजी) , अरुण कुमार, राजकुमार, बबलू गोस्वामी, ज्ञानेन्द्र कुमार, विपिन चन्द्रा,  रणवीर सिहं, जरनैल सिहं , विकास सैनी, होमगार्ड करन सिहं शामिल रहे।
 
तमंचे को पुलिस द्वारा बदले जाने के शक में भड़के मृतक के परिजन
आरोपी द्वारा हत्या में प्रयुक्त किए गए तमंचे को पुलिस द्वारा बदले जाने के शक में भड़के मृतक के परिजनों, सगे संबंधियों व सहयोगियों ने कोतवाली का घेराव किया। मृतक मंजीत के परिजनों को पुलिस पर शक हुआ कि उसके द्वारा आरोपी द्वारा हत्या में प्रयुक्त किए गए तमंचे को बदल दिया गया । इससे उनमें में आक्रोश व्याप्त हो गया।
 
उन्होंने रविवार को क्षेत्रीय विधायक आदेश सिंह चौहान से शिकायत कर पुलिस पर आरोपी द्वारा हत्या में प्रयुक्त किया गया तमंचा बदलने का आरोप लगाया। उनका आरोप था कि आरोपी द्वारा 32 बोर के तमंचे से गोली मारकर मंजीत की हत्या की गई । जबकि पुलिस द्वारा आरोपी से 315 बोर का तमंचा बरामद दिखाया गया है।
 
इस पर विधायक मृतक के परिजनों, सगे संबंधियों व उनके सहयोगियों के साथ कोतवाली पहुंचे। जहां उन्होंने कोतवाली का घेराव किया और आरोपी द्वारा हत्या में प्रयुक्त तमंचे की पुष्टि करने की मांग की । इस पर कोतवाल जगदीश डगरियाल ने विधायक की मौजूदगी में घटनास्थल से बरामद खोखा कारतूस का नमूना दिखाते हुए 315 बोर के तमंचे से हत्या किए जाने की पुष्टि की । तब कहीं जाकर उत्तेजित लोग शांत हुए।
 
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद मृतक मंजीत का शव शाम को देर से पहुंचने तथा खास रिश्तेदारों के न पहुंचने के कारण अंत्येष्टि नहीं की जा सकी थी। रविवार को गमगीन माहौल में मृतक मंजीत की अंत्येष्टि कर दी गई। उसकी अंत्येष्टि में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी, मंजीत की निर्मम हत्या से दूसरे दिन भी गांव में शोक की लहर देखी गयी। मृतक के घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का पता लगा हुआ है।
 
मंजीत अपनी हत्या से पूर्व अपने घर पर कुछ लोगों से अपने ट्रैक्टर बेचने के लिए उसका सौदा कर रहा था। इसी बीच किसी ने उसके मोबाइल पर कॉल कर उसे बुलाया । इस पर वह उन लोगों से यह कह कर चला गया कि 5 मिनट में लौट कर आ रहा है। इसी बीच उसकी हत्या हो गई। जिसके कारण वह घर नहीं लौट पाया।
 
मृतक मंजीत हाल ही में अपने परिवार के साथ हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर गया था । वह शुक्रवार को ही तीर्थयात्रा करके लौटा था और शनिवार को गोली मारकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई।