Kanpur: मक्का मस्जिद में जश्ने शेख ए आजम का आयोजन; जंग के खिलाफ करायी गयी अमन की दुआ
कानपुर, अमृत विचार। शेख ए आजम सय्यद इजहार अशरफ अलैहिर्रहमह ने गांव-गांव जाकर सुन्नीयत की खूब खिदमत अंजाम दी। वह साफ दिल और नेक सीरत इंसान थे। यह बात आल इंडिया गरीब नवाज कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गद्दियाना ईदगाह के इमाम मौलाना हाशिम अशरफी ने जश्ने शेख ए आजम में तकरीर में कही।
उन्होंने दुनिया में जहां कहीं जंग चल रही है, वहां अमन के लिए दुआ कराई। मक्का मस्जिद कोयला नगर में हुए आयोजन में मौलाना ने बताया कि कानपुर में बड़ी संख्या में लोग शेख ए आजम के मुरीद थे। वे अक्सर मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना आते थे। हाफिज एजाज अहमद अशरफी ने कुरान की तिलावत की। सैयद खुर्शीद आलम, मोहम्मद हसन शिबली ने नात शरीफ पढ़ा।
संचालन हाफिज मोहम्मद अरशद अशरफी ने किया | हाफिज मिन्हाजुद्दीन कादरी, हाजी एहसान खान, हाजी हैदर अली, शमसुल कमर, अफसर सिद्दीकी, हाजी रिजवान अहमद, मोहम्मद तौफीक, मेराज अहमद,शरीफ अहमद, अशफाक अली मौजूद रहे।
वलियों के सरदार हैं सरकार गौस-ए-आजम
तंजीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत का 11 दिवसीय जश्ने गौसुलवरा एवं इस्लाहे मुआशरा के पहले दिन मछरिया स्थित आवास विकास में शनिवार को हुए जलसे में कहा गया कि सरकार गौस-ए-आजम वलियों के सरदार हैं। जलसे की अध्यक्षता हाफिज व कारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने की। मुफ्ती अनवारूल हक अजहरी ने कहा कि 471 हिजरी 1 रमजान शब (रात) में आप दुनिया में तशरीफ लाए। हाफिज मोहम्मद शमशाद ने कुरआन की तिलावत की।
हाफिज मोहम्मद आमिर अजहरी ने नातिया कलाम पेश किया। कार्यक्रम संयोजक असरार अहमद ने शुक्रिया अदा किया। शहबाज अनवर अंसारी, सरफराज अनवर अंसारी, शाहनवाज आलम अन्सारी, सैयद शाबान, हाफिज मुशीर, मुख्तार भाई, शब्बीर अंसारी, अब्दुल कय्यूम मौजूद रहे।