बरेली:धर्म के प्रचारक फैला रहे नफरत, कुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर बैन की मांग गलत:शहाबुद्दीन 

अखाड़ा परिषद की तरफ से की गई मांग पर शहाबुद्दीन ने दी अपनी प्रतिक्रिया

बरेली:धर्म के प्रचारक फैला रहे नफरत, कुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर बैन की मांग गलत:शहाबुद्दीन 

बरेली,अमृत विचार। कुंभ मेले में अखाड़ा परिषद की तरफ से मुसलमानों की एंट्री पर बैन लगाने की मांग की गई है। जिसके जवाब में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हैरत की बात है कि धर्म के प्रचारक ही नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।

मौलाना ने कहा कि ये लोग समाज को जोड़ने काम नहीं कर रहे बल्कि समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। ये देश के हित में नहीं बल्कि ये उन लोगों के साथ खड़े हैं जो देश के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ये किस तरह के मजहबी लोग हैं जो समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। जबकि होना ये चाहिए था कि उन्हें प्रेम की भावना से काम करते और लोगों के दिलों को तोड़ने के बजाए जोड़ने का काम करना चाहिए। मुसलमान के बगैर हिंदुस्तान का गुलदस्ता मुकम्मल नहीं होता। भारत की विशेषता यही है कि सभी धर्म के मानने वाले एक साथ मिलजुलकर रहते हैं।

संत की शक्ल में आ सकता है उग्रवादी
दरअसल प्रयागराज में कुंभ 2025 का आयोजन किया जाना है, जिसकी तैयारियां अभी से पूरे जोरशोर के साथ की जा रही हैं। शुक्रवार को प्रयागराज में निरंजनी  अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एक बैठक की। बैठक के दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा था कि हरिद्वार में बहुत सारे मुसलमान संत बनकर घूमते हैं। लिहाजा प्रयागराज में ऐसा न हो इसके लिए हर आने जाने वाले का आधार कार्ड देखा जाना चाहिए। संत की शक्ल में कोई उग्रवादी भी आ सकता है।