रायबरेली : विस्थापित का दर्द झेल रहे चार परिवारों को मिली नागरिकता

30 साल पहले पाकिस्तान छोड़कर आए थे भारत, विधायक की पैरवी के बाद सीएए कानून के तहत मिली राहत

रायबरेली : विस्थापित का दर्द झेल रहे चार परिवारों को मिली नागरिकता

रायबरेली, अमृत विचार। भाजपा से सदर विधायक अदिति सिंह के प्रयास से 30 वषों से विस्थापन का दर्द झेल रहे शहर में रहने वाले चार परिवारों को नागरिकता मिल गई है। सिंधी परिवारों  के 15 लोगों को सीएए कानून के तहत मिली नागरिकता सभी ने सदर विधायिका को धन्यवाद दिया है।

नागरिकता पाने वाले कुमार लाल ने बताया कि पाकिस्तान में सिंध प्रांत के जिला शखर के पनोव आकिल कस्बे में हम लोगों का किराने का बड़ा कारोबार था। लेकिन आए दिन  पाकिस्तानियों के द्वारा होने वाले जुल्म से परेशान होकर लगभग 30 वर्ष पहले अपना घर व कारोबार छोड़कर वहां से भाग आए थे।

इसके बाद यहीं पर रहकर अपना कारोबार कर रहे थे, लेकिन काफी प्नयास के बाद भी नागरिकता नहीं मिल रही थी। इसके कारण सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। लेकिन प्रधानमंत्री के द्वारा जब 2024 को सीएए कानून लागू होते ही हम लोगों ने आवेदन किया। कागजी कार्रवाई के कारण काफी भाग दौड़ करनी पड़ी। इसके बाद हम सभी लोगों ने सदर विधायक अदिति सिंह से मदद की गुहार लगाई।

उन्होंने उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के सीएए प्रभारी अशोक पांडे को पूरे मामले से अवगत कराया और मात्र तीन महीने के अंदर सभी लोगों के नागरिकता प्रमाण पत्र जारी हो गए। नागरिकता पाने वाले सभी लोगों ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और सदर विधायक का आभार जताया