Navratri 2024: गाजे बाजे के साथ निकली कलश यात्रा, 76 स्थानों पर सजेगा माता का दरबार

Navratri 2024: गाजे बाजे के साथ निकली कलश यात्रा, 76 स्थानों पर सजेगा माता का दरबार

अयोध्या, अमृत विचार। शारदीय नवरात्र की शुरूआत 3 अक्टूबर से हो रहे है। इससे ठीक एक दिन पहले ही बुधवार को शक्तिवाहिनी के संयोजन में सरयू तट से वरुण आह्वान के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गई। मां के जयकारों और गाजे बाजे के साथ यात्रा सरयू तट से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई छोटी देवकाली मंदिर पहुंची। यात्रा का संयोजन केंद्रीय दुर्गापूजा, रामलीला समन्वय समिति तथा शक्ति वाहिनी के संयुक्त प्रयास से किया गया। यात्रा नयाघाट, बाबू बाजार, श्रृंगारहाट, हनुमानगगढ़ी, हरिद्वारी बाजार होती हुई छोटी देवकाली मंदिर पहुंची।

आचार्य पीठ तिवारी मंदिर के पास महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी और उनकी पत्नी राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने माता की आरती की। साथ ही बताया कि माता का अनुष्ठान प्रतिपदा के शुभ मुहूर्त में करना चाहिए और विसर्जन दशमी तिथि को ही करना चाहिए। माता रानी की इस यात्रा का दर्जनों स्थानों पर स्वागत हुआ और लोगों ने पुष्प वर्षा की।

केंद्रीय समिति के संयोजक महंत धनुषधारी शुक्ला ने बताया कि पिछले 24 वर्षों से यह यात्रा अनवरत नवरात्रि के पूर्व संध्या पर निकाली जाती है। अध्यक्ष रमापति पांडे ने बताया कि कलश यात्रा सनातन परंपरा का एक अंग है इसलिए किसी अनुष्ठान का प्रारंभ करने से पहले हम किसी पवित्र नदी से जल भरते है। नवरात्रि के प्रारंभ होने से पूर्व भी सरयू के पवित्र जल से घरों में कलश स्थापना की जाती है। शक्ति वाहिनी प्रमुख बिंदु सिंह ने बताया कि बड़े ही उत्साह के साथ माताएं बहने माता की कलश यात्रा में शामिल होती हैं और यहीं कलश स्थापित करके 9 दिन तक पूजा करती है। दुर्गापूजा समिति के प्रवक्ता भानुप्रताप सिंह ने बताया कि अयोध्या धाम में 57 स्थान पर प्रतिमा बैठेगी, 19 स्थानों पर अस्थाई पूजा स्थल तैयार किए गए हैं। कल 76 स्थानों पर नवरात्रि की प्रतिपदा से पूजन प्रारंभ हो जाएगा।

शास्त्री नगर में श्याम सुंदर कसेरा, श्रृंगार हाट में ज्योति गुप्ता, रंजीतगुप्ता, सुंदर जायसवाल, कपिलगंज में पूर्व पार्षद नंदलाल गुप्ता युवराज मोदनवाल, हनुमानगढ़ी पर सुरेश मोदनवाल जितेंद्र मोदनवाल बैजनाथ मोदनवाल ओमकार मोदनवाल के नेतृत्व में कुछ वर्ष हुई और प्रसाद वितरण किया गया। देवकली पर प्रसाद वितरण कर यात्रा का समापन हुआ। अशोक शास्त्री ने वरुण पूजन कराया। वन्दना त्रिपाठी, पार्वती कौशल, दया मिश्रा, आंचल यादव, प्रभादेवी, अनीता सिंह, अंजू सिंह, गरिमा आचार्य, उर्मिला तिवारी,अनीता, इस्रावती, रंजनसागर, कलश यात्रा में प्रभारी दीपचंद्र राही, देवर्षिराम त्रिपाठी, सुरक्षा प्रभारी पंकज गुप्ता, मंगल गुप्ता, अनिल आदि सहित सैकड़ों लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। 

यह भी पढ़ेः कल से नवरात्र की मचेगी धूम, आज विदा हुए पितर...10 दिनों तक मंदिरों में होगी पूजा-अर्चना