प्रयागराज: नैनी जिला जेल में वारंटी की रिहाई को लेकर डीजी जेल सख्त, मांगी जांच रिपोर्ट

जिला जेल में मचा हड़कंप, नही मिला वारंटी

प्रयागराज: नैनी जिला जेल में वारंटी की रिहाई को लेकर डीजी जेल सख्त, मांगी जांच रिपोर्ट

प्रयागराज, अमृत विचार। नैनी की जिला जेल में चोरी के मामले में बंद एक वारंटी की रिहाई की खबर को अमृत विचार में प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद मामला मुख्यालय तक पहुंच गया है। जिसके बाद जेल के अधिकारियों में खलबली मच गई है। मंगलवार को भी इस प्रकरण को लेकर जिला जेल में हड़कंप मचा रहा। मामले में डीजी जेल पीवी रमा शास्त्री ने जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए जेल अधीक्षक को आदेश दिया है।

नैनी की जिला जेल से एक वारंटी की रिहाई ने अधिकारियों की कार्यशैली कई सवाल खड़े कर दिये है। बंदी के रिहाई के इस मामले में अधिकारियों ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है। वही इस बंदी की रिहाई की खबर को अमृत विचार में प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद मामला जेल मुख्यालय तक पहुंच गया है। इस मामले में डीजी जेल पीवी रामा शास्त्री ने जिला जेल की अधीक्षक अमिता दुबे को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। फिलहाल इस मामले में जेल प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच कमेटी बनाकर अपने स्तर पर जांच करा रहा है। बंदी की तलाश के लिए लगतार प्रयास किया जा रहा है। 

ज्ञात हो कि नवाबगंज थाने की पुलिस ने चोरी के मामले में वांछित चल रहे राजकुमार पुत्र रामकुमार निवासी भंडारा थाना नवाबगंज को पुलिस ने बीते 28 जुलाई को गिरफ्तार कर नैनी जिला जेल में दाखिल कराया था। जहां उसे चक्र नंबर एक के होते नंबर दो में रखा गया था। जो डिप्टी जेलर विजय प्रसाद की निगरानी में था। बताया जा रहा है कि इसी बीच 23 सितंबर को जेल से लगभग 20 बंदियों की अदालत जिला न्यायालय में गई थी। जबकि बंदी राजकुमार की पेशी नहीं थी। शाम को आदलत लौटने पर बंदी राजकुमार का दूसरा वारंट (बी) 419, 420 के अन्य मुकदमे में कोर्ट से उन बंदियों के साथ भेजा गया था। 

23 सितंबर को उस वारंट को रजिस्टर नंबर 12 में दर्ज नहीं किया गया। डिप्टी जेलर विजय प्रसाद और शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने उस बंदी का वारंट भी नही देखा और बंदी राजकुमार को 24 सितंबर को 21 बजकर 5 मिनट पर जेल गेट रिहाई करा दी। इसकी जानकारी जेल अधीक्षक अमिता दुबे को भी हुई, लेकिन पूरे मामले को दबाने का प्रयास शुरु कर दिया। बाद में इस रिहाई को लेकर डिप्टी जेलर विजय प्रसाद और शैलेन्द्र प्रताप सिंह के बीच खींचतानी भी हुई। सूत्रों की मानें तो बंदी राजकुमार को रिहा करते समय कुछ अन्य बंदियों को भी रिहा किया गया है। जेल के अधिकारियों ने स्वीकार किया गया है कि इस बंदी का 419 , 420 धारा में वारंट आया था। लेकिन घटना की जानकारी न्यायालय, जेल के उच्च अधिकारियों एवं जिला प्रशासन को नहीं दिया गया। 

रिहाई के 8 दिन बाद वारंटी नही आया हांथ
नवाबगंज से नैनी जिला जेल भेजे गए वारंटी क्यो रिहाई के बाद ही जेल प्रशासन ने संबंधित थाने की पुलिस को सूचना की थी। लेकिन रिहाई के 8 दिन में भी वारंटी को गिरफ्तार नही किया जा सका है। जेल से भी बंदी की तलाश में सिपाहियों को लगाया गया है। उधर संबंधित थाने की पुलिस भी वारंटी राजकुमार को तलाश करने में कोई कसर नही छोड़ रही है। फिलहाल अभी तक वारंटी का कोई सुराग नही मिल सका है।

जेल में वारंटी के वारंट आने के बाद रिहाई किए जाने का ऐसा कोई मामला है तो उसकी जांच कराई जाएगी। इस जांच में जिसकी जिम्मेदारी और लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी-पीवी रामा शास्त्री, महानिदेशक जेल, मुख्यालय उप्र.)

 ये भी पढ़ें- प्रयागराज: नैनी जिला जेल में रिहाई से पहले पहुंचा वारंट, वारंटी को कर दिया रिहा

ताजा समाचार

प्रयागराज: वुजूखाने राज सर्वे करने की मांग को लेकर पूरक हलफनामा दाखिल
सीतापुर: संदना में मिली कोलकाता की युवती, ग्रामीणों ने आश्रम घेरा
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, परिस्थितियां बदलने पर शादी के वादे का उल्लंघन दुष्कर्म नहीं
Kanpur: पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी को मिली बड़ी राहत, इस मामले में जमानत हुई मंजूर...
अमरोहा: खड़े ट्रक में पीछे से घुसी तेज रफ्तार बाइक, हादसे में दो दोस्तों की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
Fatehpur में स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- 'राज्य में अधिकतर अपराधी सीएम योगी की बिरादरी के हैं, जो कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं', यह भी कहा...