कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...हर दिन उलझ रहा केस तो अधिवक्ताओं के सब्र का टूटा बांध, की हड़ताल

अधिवक्ताओ ने हड़ताल कर किए सिर्फ आकस्मिक कार्य

कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...हर दिन उलझ रहा केस तो अधिवक्ताओं के सब्र का टूटा बांध, की हड़ताल

कासगंज, अमृत विचार। अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड को लेकर मामला उलझता ही जा रहा है। नामजद किए गए पांच अधिवक्ता व एक विधि छात्र को जेल भेजने के बाद पुलिस नया मोड ले आई। महिला सहित दो आरोपी जेल भेजते हुए घटना के खुलासे का दावा किया, लेकिन पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर सकी कि हत्या क्यों और कैसे की गई। अब तक मामले में पीड़ित परिवार काफी परेशान दिखाई दे रहा है। इसी बीच पूर्व में आंदोलन कर रहे अधिवक्ता फिर से आंदोलन की राह पर आ रहे हैं। सोमवार को अधिवक्ताओ ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। चेतावनी दी है कि सुपारी किलर गिरफ्तार न हुआ तो आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा।

बीती तीन सितंबर को महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर न्यायालय के मुख्यद्वार से लापता हो गईं। इसके बाद चार सितंबर की शाम को मोहिनी का शव रजपुरा स्थित गोरहा नहर में उतराता हुआ मिला था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। इधर महिला अधिवक्ता के पति वृजतेंद्र तोमर ने पांच अधिवक्ता व एक विधि के छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया। घटना का फिर भी खुलासा नहीं हुआ। दबाव के बीच पुलिस मामले में नया मोड़ ले आई। महिला रेनू और बॉबी नाम के एक व्यक्ति को आरोपी बताते हुए जेल भेज दिया। दोनों से पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि इस घटना में सुनील उर्फ फौजी सहयोगी रजत आरोपी है। पुलिस उनकी तलाश नहीं कर सकी और मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा। पूर्व में महिला अधिवक्ता की हत्या को लेकर आंदोलन कर रहे अधिवक्ता पुलिस की कार्रवाई से कुछ समय तक संतुष्ट दिखे। उसके बाद फिर से अधिवक्ताओं में आक्रोश दिख रहा है। कासगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश शर्मा ने एवं महासचिव चेतन चौहान के नेतृत्व में आपात बैठक बुलाई गई। जिसमें वरिष्ठ अधिवक्ता सतेंद्र कुमार सहित अन्य कई अधिवक्ता शामिल हुए। अधिवक्ताओ ने हड़ताल का ऐलान कर दिया और काली पट्टी बांधकर सही घटना के खुलासे की मांग उठाई। चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही घटना का सही खुलासा न हुआ तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।

शव की शिनाख्त पर सवाल अब सीमा की एंट्री
शव की शिनाख्त पर सवाल उठने लगे तो पुलिस ने महिला अधिवक्ता की मां दिनेश कुमारी का डीएनए टेस्ट कराया। हालांकि उसकी रिपोर्ट अभी लंबित है। इधर सीमा नाम की एक महिला का नाम इस हत्याकांड में सामने आया है। लेकिन पुलिस अभी तक कोई स्पष्ट जबाब नहीं दे पा रही है।

सबसे बेहतर है अमृत विचार की कवरेज
इस मामले में शहर के तमाम व्यापारी और जिले सामान्य व्यक्तियों के अलावा अधिवक्ताओ ने यह भी कहा है कि घटना के सही खुलासे में अमृत विचार की पहल काफी बेहतर है। सीमा का नाम सिर्फ अमृत विचार समाचार पत्र के माध्यम से ही सार्वजनिक हो सका है।  

कम नहीं हो रहा है परिवार का खौफ
महिला अधिवक्ता के पति वृजतेंद्र तोमर ने कहा है कि उनके परिवार में इस हत्या को लेकर दहशत है। पुलिस अभी तक कोई संतोष जनक कार्रवाई नहीं कर सकी है। इसलिए परिवार डरा सहमा है। सुरक्षा के साथ ही घटना का सही खुलासा किया जाए। 

तथ्यों के आधार पर होगी कार्रवाई
सीओ सिटी विजय राणा ने बताया कि मामले में जांच जारी है। दो आरोपी अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। कुछ ओर भी तथ्य सामने आए हैं। उसके आधार पर आग्रिम कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ताओ की हड़ताल के बारे में पुलिस को कोई पत्र नहीं मिला है।