प्रसादम में चर्बी की मिलावट सनातन की आस्था पर आघात : प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने वाईएसआर, तेलगूदेशम व भाजपा को मिलावट के लिए ठहराया जिम्मेदार

प्रसादम में चर्बी की मिलावट सनातन की आस्था पर आघात : प्रमोद तिवारी

प्रमोद तिवारी ने कहा कि देश से क्षमायाचना करें पीएम

प्रतापगढ़ अमृत विचार : तिरूपति मंदिर के प्रसादम लडडू में मवेशी की चर्बी मिलने को देश के करोड़ों सनातन धर्म से जुडे भक्तों की आस्था पर गहरा आघात है। इस चर्बी की मिलावट के लिए वाईएसआर की जगन रेडडी सरकार, मौजूदा तेलगूदेशम की सरकार के साथ भाजपा की केन्द्र सरकार भी बराबर की दोषी है। 

उक्त बातें राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सोमवार को यहां प्रेसवार्ता में कही। कहा कि मिलावट में मानक के अनुसार सेक्शन 80 के तहत माल की शुद्धता की गारण्टी निहित हुआ करती है का अनुपालन क्यों नहीं हुआ। यह भी सवाल उठाया कि सेक्शन 81 में उपयोग मे लाये गये मॉल के भी शुद्ध होने के प्रमाण पत्र की अनदेखी आखिर कैसे हुई। जगन रेडडी की वाईएसआर ने पूरे पांच वर्ष के कार्यकाल में लोक सभा, राज्यसभा में भाजपा की केन्द्र सरकार को समर्थन दे रखा था। वही उन्होनें कहा कि तेलगूदेशम भी एनडीए का हिस्सा है और महीनों से सत्ता की बागडोर संभालने वाली आन्ध्र प्रदेश में तेलगूदेशम की सरकार इस मिलावट को लेकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन क्यों नही कर सकी।

एनीमल चर्बी मिलावट मंदिर के साथ बाजार में भी खाद्यान्न पदार्थो में उपलब्ध होने का तथ्य सामने आ रहा है। उन्होनें कहा कि ऐसे में आम लोगों के साथ हर धर्म से जुड़े लोगों की भावना के साथ इस प्रकार के अक्षम्य आघात पहुंचाने के लिए वाईएसआर तथा तेलगूदेशम के साथ भाजपा और पीएम मोदी को समूचे देश से अविलम्ब क्षमायाचना करना चाहिए। प्रमोद तिवारी ने बाबा घुइसरनाथ धाम में दर्शन पूजन किया। यहां उन्होनें क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना द्वारा स्वीकृत करायी गयी पर्यटन से जुड़ी विकास परियोजनाओं के संचालन की प्रगति को भी देखा। राजातारा गांव में राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने संस्कृत विद्वान पं. हरिहरपाल त्रिपाठी की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।

लालगंज कैम्प कार्यालय पर जनसमस्याओं की भी उन्होने सुनवाई की। इस दौरान प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, सांगीपुर प्रमुख अशोक सिंह बबलू, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, केडी मिश्र, आशीष उपाध्याय, डॉ. अमिताभ शुक्ला, आनन्द पाण्डेय, दारा सिंह, शेरू खां, इं. सुनील पाण्डेय, आचार्य विन्देश्वरी पटेल, अनिल त्रिपाठी महेश, संतोष पाण्डेय, धीरेन्द्र पाण्डेय, संजय सिंह, धर्मपाल सरोज, रामू मिश्र, अभिनव शुक्ला, इं. अतुल शुक्ला, त्रिभु तिवारी, प्रभात ओझा, मुरलीधर तिवारी, बृजेश द्विवेदी आदि रहे।