बदायूं:युवक ने लगाया था फंदा, पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट
युवक ने 11 जनवरी 2024 को रेलवे स्टेशन के पास खंडहर में लगाया था फंदा
बदायूं,अमृत विचार। जिला रामपुर निवासी एक महिला ने कोर्ट को एक ठेकेदार समेत ससुरालीजनों पर अपने बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि शिकायत करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते वह कोर्ट की शरण में आई है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
रामपुर के थाना शाहबाद क्षेत्र के गांव परौता निवासी रामेश्री ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनका बेटा प्रदीप कुमार जिला अमरोह के थाना डिडौली क्षेत्र के कस्बा निवासी ठेकेदार मनोज कुमार के साथ करेंगी रेलवे स्टेशन पर केबिल बिछाने का काम करता था। मनोज कुमार बेटे के ससुरालीजन जिला मुरादाबाद के थाना बिलारी क्षेत्र के गांव अकबरपुर खास निवासी उमेश कुमार, राकेश कुमार, प्रमोद कुमार से मिला हुआ था। बेटा जब भी ठेकेदार से रुपये मांगता था तो वह कहता था कि उसकी पत्नी ने मुरादाबाद कोर्ट में जो भरण पोषण का मुकदमा किया है, उसे रुपये देना है। वह लोग उनके बेटे के फोन करके बार-बार उत्पीड़न करते थे। जिससे परेशान होकर बेटे ने 11 जनवरी 2024 दोपहर 2 बजे रेलवे स्टेशन के खंडहर में फंदा लगाकर जान दे दी थी। दोपहर 4 बजे रामेश्री के दूसरे बेटे अमरीश कुमार को फोन करके सूचना दी गई थी। वह लोग मौके पर पहुंचे तो शव प्लेटफार्म पर पड़ा मिला। मनोज कुमार मौके पर नहीं था। अमरीश कुमार ने प्रदीप के ससुरालीजनों को फोन किया तो उन्होंने गाली-गलौज की। कहा कि जो करना था हमने करवा दिया। तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। रामेश्री ने 16 जनवरी को पुलिस को तहरीर दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते वह कोर्ट की शरण में पहुंची। कोर्ट के आदेश पर थाना वजीरगंज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धमकाने, आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।