नगरपालिका कर्मियों की हड़ताल..बेपटरी हालत..72 घंटे में भी नहीं मना पाए जिम्मेदार 

नगरपालिका कर्मियों की हड़ताल..बेपटरी हालत..72 घंटे में भी नहीं मना पाए जिम्मेदार 

पीलीभीत, अमृत विचार : सफाई कर्मचारियों के निलंबन वापसी और नगरपालिका में काम करने वालों पर अभद्र टिप्पणी करने वालों लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारी बीते तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। जिससे शहर की सफाई व्यवस्था बेपटरी चल रही है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। वहीं अस्पतालों से निकलने वाला कूड़ा भी सड़कों पर दिखाई दे रहा है। जिससे उठने वाली दुर्गेध से लोग परेशान हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार हड़ताल को समाप्त कराने में विफल साबित हो रहे हैं।

तीसरे दिन कर्मचारियों की ओर से सामूहिक रुप से टिप्पणी करने वालों के खिलाफ तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। हालांकि अफसर उन्हें अभी भी कार्रवाई का आश्वासन देकर हड़ताल समाप्त करने के लिए कह रहे हैं। मगर कर्मचारी हड़ताल पर अड़े हुए हैं। उनका तर्क है कि जब तक एफआईआर की कॉपी नहीं मिलेगी तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।  शहर में तीन दिनों से चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल अब उग्र होती जा रही है। रोजाना हड़ताल के दौरान कर्मचारियों की ओर से विरोध जता रहे हैं। ऐसे में शहर के भीतर सड़कों पर कूड़े के ढेर लग रहे हैं। कूड़े की दुर्गंध से व्यापारी और शहरवासी परेशान हैं। इधर, शनिवार को भी सफाई कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन नगर पालिका कार्यालय में जारी रहा।

जहां नगरपालिका के टैक्स, सफाई, लेखा, प्रकाश और जलकल कार्यालय में ताला लटका रहा। समस्त कर्मचारी धरने में शामिल रहे। प्रशासनिक अफसरों के हस्तक्षेप के बाद ईओ लाल चंद भारती कर्मचारियों का मानने के लिए पहुंचे लेकिन कर्मचारी अपनी मांग पर अडिग रहे। काफी देर चली बहस के बाद दोपहर 12 बजे के बाद कर्मचारी एकत्र होकर कोतवाली पहुंचे। जहां ईओ लाल चंद भारती, इंस्पेक्टर सफाई साबिर अली, जल कल प्रभारी तारिक हसन खां समेत कई अन्य मौजूद रहे। कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से कोतवाली पुलिस को नगरपालिका में काम करने वाले कर्मचारियों पर अभद्र टिप्पणी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की। हालांकि पुलिस ने अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।

इतना जरूर है कि कर्मचारियों को आश्वासन देकर उन्हें हड़ताल समाप्त करने की अपील की गई। लेकिन कर्मचारी अपनी जिद पर अड़े रहे। वह दोबारा से नगरपालिका कार्यालय में एकत्र हो गए। कर्मचारियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। देर शाम कर्मचारी नेताओं को कोतवाली बुलाया गया। जहां सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर और अन्य अफसर मौजूद रहे, लेकिन सफाई कर्मचारी और संगठन के लोग कोतवाली नहीं गए। उनकी मांग है कि अगर समाधान कराना है, तो वह धरना स्थल पर आएं। उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मुकेश वाल्मीकि ने बताया कि वाल्मीकि समाज और नगर पालिका शहर को स्वच्छ रखने का काम करती है। इसके बाद भी उनका अपमान किया जा रहा है। इसलिए जब तक कार्रवाई नहीं की जाएगी। तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे। चाहे परिणाम कुछ भी हो।  

डीएम ने लगाई फटकार, तो ईओ खोलने पहुंचे पंप

नगरपालिका की ओर से चल रही हड़ताल के दौरान सफाई कर्मचारियों ने सफाई व्यवस्था के अलावा पेयजल आपूर्ति को भी ठप कर दिया था।  जिसकी वजह से शहर और ऑफिसर्स कॉलोनी की ओर से पेयजल की सप्लाई बाधित हो गई। इस पर शनिवार को डीएम संजय कुमार ने पेयजल लाइन चालू करने के लिए कहा। इस पर ईओ पहले कर्मचारियों के बीच पहुंचे।

जहां पंप चालू करने के लिए कहा, लेकिन कर्मचारी पंप खोलने के लिए तैयार नहीं हुए। इस पर ईओ अपनी गर्दन बचाने के लिए खुद ही अपने चालक के साथ नकटादाना चौराहा पर स्थित पंप को चलाने के लिए पहुंचे। जहां ईओ ने पंप को चालू किया। इसके बाद ऑफिसर्स कॉलोनी की साइड में पानी की सप्लाई चालू कर दी गई।

ताजा समाचार

उन्नाव में पुलिस लाइन में तैनात सिपाही ने फांसी लगाकर दी जान: कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, शव लटकता देख साथी के उडे़ होश
अजब-गजब: Kanpur में 65 साल के बुजुर्ग को 25 साल का नौजवान बनाने का दिया झांसा, शातिरों ने हड़पे 35 करोड़, जानिए पूरा मामला
नगरपालिका कर्मियों की हड़ताल..बेपटरी हालत..72 घंटे में भी नहीं मना पाए जिम्मेदार 
बाराबंकी : छात्रा से छींटाकशी करने वाले पांच छात्र विद्यालय से निष्कासित
बरेली: तेंदुआ किसी ने नहीं देखा पर वीडियो वायरल, वन विभाग ने तीन गांवों में खूब बहाया पसीना फिर भी हाथ खाली
लखनऊ के होटल में बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी की महिला मित्र ने गला घोंट की हत्या