नेशनल हाईवे किनारे बना दिया गया कूड़ाघर : सड़क किनारे अतिक्रमण हटा पर कूड़ाघर जस का तस

नेशनल हाईवे किनारे बना दिया गया कूड़ाघर : सड़क किनारे अतिक्रमण हटा पर कूड़ाघर जस का तस

बाराबंकी, अमृत विचार । नेशनल हाईवे किनारे अतिक्रमण करना अगर गैर कानूनी है तो पक्का निर्माण तो कदापि नहीं होना चाहिए पर ऐसा हुआ है। शहर का कूड़ा डंप करने के लिए ढंग की जगह तलाशने के बजाए हाईवे किनारे ही कूड़ाघर बना दिया गया। यह निर्माण नियमानुसार गलत तो है ही साथ ही सड़क से गुजरने वाले वाहनों के लिए खतरनाक और आस पास के लोगों के लिए मुसीबत की जड़ भी है। ऐसा निर्माण एक नहीं बल्कि तीन जगहों पर है।

बताते चलें कि शहर से रोजाना उठने वाला गीला सूखा कूड़ा डंप करने के लिए आनन फानन में तीन जगहों पर कूड़ाघर बना दिए गए, इनके निर्माण के पहले जगह, आबादी और सुविधा का तनिक भी ख्याल नहीं रखा गया। नतीजा यह कि यह कूड़ाघर लोगों के लिए सिरदर्द और घुमंतू जानवरों के रुकने ठहरने का अड्डा बन चुके हैं। सबसे आपत्तिजनक निर्माण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से कुछ ही दूरी पर हाईवे के किनारे बना पक्का कूड़ाघर का निर्माण है। यहां पर रोजाना कूड़े से लदी हत्थू गाड़ी कूड़ा डाल जाती हैं, इसके बाद नगर पालिका परिषद के बड़े वाहन कूड़ा उठाकर अन्यत्र डंप करने ले जाते हैं। गीला सूखा कूड़ा होने की वजह से इस कदर बदबू उठती है कि यहां कोई ठहरता नहीं।

उस पर पशुओं के एकत्र होने व उनमें भगदड़ मचने की वजह से हादसा होने का खतरा हर पल मंडराया करता है। लोकनिर्माण विभाग का नियम है कि हाईवे से सौ मीटर तक कोई भी निर्माण नहीं किया जा सकता पर यह कूड़ाघर तो हाईवे की सड़क पर ही बना हुआ है। दो अन्य निर्माण सीडीओ आवास से पहले व एसपी कार्यालय से पहले पार्क के पास हैं। सीएम के संभावित दौरे से पहले सड़क किनारे अतिक्रमण तो हटवा दिया गया पर कूड़ाघर जस का तस है। शायद इस पर जिम्मेदार अफसरों की नजर भी नहीं गई। 

हाईवे किनारे से उठवाकर रखे गये ठेले व गुमटियां

दो दिन पहले अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया तो पहले सबने समझा कि यह आमतौर पर चलने वाला अभियान है पर जब सड़क के किनारे की गुमटियां, ठेले, खोमचे जेसीबी व पुलिस लगवाकर हटवाए गए तो पता चला कि 24 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ बाराबंकी आ रहे हैं, यह सबकुछ उनके दौरे को सुरक्षित रखने के लिए किया जा रहा। चूंकि सीएम स्टेडियम से वाया कार कचहरी तक जाएंगे इसलिए सड़क के दोनों किनारे साफ करवा दिए गए। जाे वक्त रहते ले गया सो ले गया वरना नगरपालिका की टीम उठा ले गई। छोटा मोटा काम धंधा करके जीवन यापन करने वाले इस कार्रवाई की दबी जुबान में आलोचना करते रहे। लोग पूछ रहे हैं कि क्या सीएम योगी को हम गरीबों के ठेले व गुमटियां नहीं पसंद हैं?

डिवाइडर का रंग रोगन करते मजदूर

सीएम योगी के आगमन को लेकर राजकीय इंटर कालेज के मैदान से एसबीआई बैंक तक की जगह को जिस तरह साफ सुथरा करते हुए रंग रोगन किया जा रहा। उसे देखते हुए आमजन सहसा ही कह उठे कि काश योगी बाबा हर माह बाराबंकी आते। सड़क के बीच डिवाइडर रंग दिए गए। दोनों तरफ बनी नालों की विधिवत सफाई की गई, सफाईकर्मी भरी दोपहर में सक्रिय दिखाई दिए। किनारों की घास तक काटी गई। कई चक्र में नगरपालिका के कर्मी सफाई करते नजर आए। डाकबंगले जाने वाले मार्ग के किनारों की दीवारों पर चित्रकारी हुई, वहीं विजय उद्यान पार्क के तो दिन ही बहुर गए। डीएम आज इस पार्क गए और सारी कमियां दूर करने के निर्देश दिए। 

हटवाई गए टीनशेड और लोहे की कुर्सियां

पटेल तिराहे के सामने जिला प्रशासन के ही निर्देश पर यात्रियों के बैठने के लिए टीनशेड और लोहे की कुर्सियां लगवाई गई थीं। तेज धूप व बारिश से बचने व थकान मिटाने के लिए यात्री इस टीनशेड के नीेचे आ जाते थे। सीएम के आगमन का कार्यक्रम क्या आया नगर पालिका परिषद की टीम ने जेसीबी से इस टीनशेड को ही तोड़वा डाला। अब यात्री इधर उधर खड़े होने को मजबूर हैं। बारिश से बचने का कोई उपाय नहीं।

हालांकि यह निर्माण भी डीएम के निर्देश पर ही करवाया गया था। सारी कवायद सीएम को साफ सुथरी जगह दिखाने को लेकर की गई है। नगरपालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी संजय शुक्ला ने हाईवे किनारे कूड़ाघर निर्माण के सवाल पर जवाब दिया कि वह कूड़ाघर डीएम की कमेटी में लिए गए निर्णय के बाद बनाया गया है। वैसे भी सरकारी निर्माण अतिक्रमण के दायरे में नहीं आता है।