बरेली : बासमती धान का उत्पादन प्रभावित होने की वजह से 10 कीटनाशकों पर प्रतिबंध

सरकार ने सभी विक्रेताओं को दो महीने तक इन कीटनाशकों को न बेचने का दिया आदेश

बरेली : बासमती धान का उत्पादन प्रभावित होने की वजह से 10 कीटनाशकों पर प्रतिबंध

बरेली, अमृत विचार। जिले में बासमती धान का उत्पादन लगातार घट रहा है। इसकी प्रमुख वजह कीटनाशक का अधिक उपयोग है। यही वजह है कि सरकार ने 10 कीटनाशकों की बिक्री पर दो महीने तक रोक लगा दी है। कृषि रक्षा विभाग ने जिले के सभी विक्रेताओं को प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री न करने का आदेश दिया है। कृषि रक्षा विभाग की टीमों को भी सर्वे के दौरान किसानों ने बासमती धान के उत्पादन घटने की जानकारी दी है।


जिले में करीब 15 सौ कीटनाशक दवा विक्रेता हैं। बासमती में कीटनाशक ट्राईसाइक्लाजोल, बुप्रोफेजिन, एसीफेट, कलोरपाइरीफोस, हेक्साकोनाजोल, प्रोपिकोनाजोल, थायोमेथाक्साम, प्रोफेनेफॉस, इमिडाकलोप्रिड, कार्बेंडाजिम को प्रतिबंधित किया गया है। इन कीटनाशकों के सभी प्रकार के फार्मूलेशन की बिक्री, वितरण और प्रयोग पर रोक लगा दी है, ताकि गुणवत्तायुक्त बासमती चावल के निर्यात में वृद्धि की जा सके।

इन दवाओं का प्रयोग करें किसान

विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्रतिबंधित दवाओं के स्थान पर विक्रेता वैकल्पिक कीटनाशकों की बिक्री कर किसानों को प्रेरित करें। विक्रेता फिप्रोनिल 5 फीसदी, एसपी एसिटामिप्रिड 20 फीसदी एसपी, काॅर्टाप हाइड्रोक्लोराइड 4 फीसदी जीआर, लैंबडासाय हेलोथ्रिन 5 फीसदी ईसी, टेबुकोनाजोल 25.9 फीसदी ईसी और मैंकोजेब 75 फीसदी डब्ल्यूपी का प्रयोग करने के लिए किसानों को प्रेरित करें।
वर्जन

सरकार ने 10 कीटनाशकों पर दो महीने का प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। इस आदेश का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। प्रतिबंधित अवधि में कीटनाशक बेचते पाए जाने पर संबंधित विक्रेता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। - अर्चना प्रकाश वर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी

ताजा समाचार

लखीमपुर खीरी : पुरानी रंजिश में युवक को मारी गोली, लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती
आंखों को रगड़ने से डैमेज हो सकती है कार्निया, अभी हो जाए सावधान
मुरादाबाद : राज्यसभा सांसद अरुण सिंह ने कहा- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी मानसिकता बदलें
Kanpur: युवाओं को सता रही 'होम सिकनेस', रोजगार मेले में ठुकरा रहे नौकरी, अब सेवायोजन विभाग उठाएगा ये कदम...
Kanpur: इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने की प्रेस वार्ता...औद्योगिक विकास में तेजी लाने, भूमि को फ्री होल्ड किए जाने समेत कई मांगे रखी
लखनऊ: 2 घंटे चली बैठक में हुआ फैसला, हजारों कर्मचारियों की मांगें होंगी पूरी