लखनऊ: 2 घंटे चली बैठक में हुआ फैसला, हजारों कर्मचारियों की मांगें होंगी पूरी
लखनऊ, अमृत विचार। नगर निगम में कार्यरत करीब 12 हजार कर्मचारियों की 21 मांगे दीपावली से पहले पूरी हो जायेंगी। इस बात पर शुक्रवार को नगर आयुक्त और कर्मचारी संगठनों के बीच हुई बैठक के बाद सहमती बन गई है। यह जानकारी नगर निगम जलकल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने दी है।
दरअसल, नगर निगम कर्मचारियों की कई मांगे लंबे समय से पूरी नहीं हो रही थी, जिसके कारण कर्मचारियों ने आंदोलन का मन बना लिया था, आंदोलन की तारीख भी तय हो गई थी। आंदोलन की जानकारी नगर निगम जलकल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र, नगर निगम कर्मचारी संघ अध्यक्ष राजेश सिंह, लखनऊ अध्यक्ष आनन्द वर्मा ने संयुक्त रूप से दी थी।
कर्मचारियों की एकजुटता को देखते हुये नगर निगम प्रशासन ने जल्द निर्णय लेने का फैसला लिया और शुक्रवार को गोमती नगर स्थित स्वच्छ भारत मिशन कार्यालय में नगर आयुक्त ने पांच कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष, महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक की। करीब दो घंटे तक चली बैठक में सभी 21 सूत्रीय मांगों को पूरा करने का आश्वासन नगर आयुक्त की तरफ से कर्मचारी संगठनों को दिया गया है। इसके लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। दीपावली से पहले सभी मांगे मान ली जायेंगी।
यह हैं मांगें
-रिक्त पदो पर पदोन्नतियां,
- कर्मचारी कल्याण कोष की कमेटी का गठन,
- कर्मचारियों की गुम व्यक्तिगत पत्रावलियों/सेवा पुस्तिकाओ की डुप्लीकेट (प्रतिरूप प्रति) बनाया जाना,
-अतरौली कर्मचारी आवास योजना के तहत कर्मचारियों को नो प्राफिट-नो लाँस पर भूखण्ड/आवास दिया जाना,
- काटी गयी भविष्य निधि की धनराशि का भुगतान किया जाना,
-पेंशन से संबंधित राज्य सरकार द्वारा समय समय पर निर्गत शासनादेशो को लागू किया जाना,
-पेंशनरों पर मैट्रिक पेंशन के अनुसार पेंशन प्रदान किया जाना,
-पेंशनरों की उपस्थिति भूतल पर कराया जाना,
-रेंट विभाग के अधीन खाली भवन कर्मचारियों को आवंटित किया जाना,
-पदो का विभागवार निर्धारण किया जाना, फील्ड/विभागीय कार्य को सम्पादित करने पर विवाद की स्थिति पर न्यायिक प्रक्रिया के लिए अधिवक्ता नियुक्त किया जाना,
- निलंबित कर्मचारियों को बहाल किया जाना,
-निलंबन आदि पर कर्मचारी संगठनो के प्रतिनिधियों से वार्ता व उनका पक्ष जानकर ही आगे की कार्रवाई किया जाना,
- लंबित मृतक आश्रितों को तत्काल नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाना,
-मुख्यालय एवं समस्त जोनो में मेज, कुर्सी, पंखे, स्टेश्नरी, अल्मारी, पीने के पानी एवं कैश काउंटर की व्यवस्था किया जाना
- 108 के कर्मचारियों का विनियमीतिकरण किया जाना,
- कर्मचारियों के आश्रित पत्नी, पुत्र/पुत्रियो को गृहकर, जलकर/सीवरकर से मुक्त किया जाना