लखीमपुर खीरी: मूड़ा अस्सी व जवाहर में मिली बाघ की लोकेशन, ट्रैंक्यूलाइज के लिए पिंजरा लगाकर बनाई गई अस्थाई मचान
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। मोहम्मदी रेंज के गांवों में आतंक का पर्याय बने बाघ की लोकेशन मूड़ा अस्सी गांव में मिली है। इस पर विभागीय लोगों ने खेतों में मचान बनाकर निगरानी शुरू कर पिंजरा भी लगा दिया है। वहीं बाघ का निरंतर स्थान बदलना वन कर्मियों के लिए मुसीबत बना हुआ है।
प्रभागीय वनाधिकारी संजय कुमार बिश्वाल ने बताया कि बाघ निरंतर अपना स्थान बदल रहा है। इससे उसकी लोकेशन मिलने में दिक्क्त हो रही है। हालांकि सोमवार को गांव मूड़ा अस्सी से लेकर मूडा जवाहर में बाघ की लोकेशन मिली है। इस पर टीम क्षेत्र की निरंतर निगरानी कर रही है।
वहीं बाघ को पकड़ने के लिए लोकेशन वाली जगह पर पिंजरा लगाने के साथ अस्थायी मचान तैयार की गई है। वनकर्मियों के मुताबिक गन्ने में हलचल होने से बाघ निरंतर स्थान बदल रहा है हालांकि मचान से ट्रैंक्यूलाइज करने का प्रयास जारी है। पशु चिकित्सक डॉ. दया एवं कानपुर चिड़ियाघर के पशुचिकित्सक डॉ. नितेश कुमार कटियार क्षेत्र को आइसोलेट कर ट्रैंक्यूलाइज के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वन्यजीव दिखने की सूचना वायरल हो रही हैं। वन्य जीव दिखने पर इसकी सूचना स्थानीय वन चौकी व वनकर्मियों को दें। ट्रैंकुलाइजर टीम के एक्सपर्ट रितेश कटियार, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से नाइट विजन कैमरे के एकस्पर्ट रोहित रवि ने बताया कि अतिशीघ्र ही बाघ को पकड़ लिया जाएगा।