बरेली: शरीयत की पाबंदी और नबी से सच्ची मोहब्बत ही असल ईमान-अदनान मियां

आरएसी ने परिंदे आजाद कर दिया जुल्म से आजादी का पैगाम

बरेली: शरीयत की पाबंदी और नबी से सच्ची मोहब्बत ही असल ईमान-अदनान मियां

बरेली, अमृत विचार। ईद मीलादुन्नबी के मौके पर ऑल इंडिया राजा एक्शन कमेटी (आरएसी) के मुख्यालय बैतुर्रजा पर परिंदे आजाद करके जुल्म ज्यादती और जहालत से आजादी का पैगाम दिया गया। इस मौके पर नबीरा-ए-आला हजरत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी ने कहा कि पैगंबर ए इस्लाम से मोहब्बत ही असल ईमान है। इसके अलावा नबीरा-ए-आला हजरत की कयादत में फरीदपुर में आलीशान जुलूस निकाला गया।

बैतुर्रजा पर सलाम पेश किया गया और खुसूसी दुआ की गई। उसके बाद नबीरा-ए-आला हजरत अदनान मियां फरीदपुर गए, जहां पिछले कई बरसों से उनकी कयादत में ईद मीलादुन्नबी का जुलूस निकाला जाता है। फरीदपुर पहुंचने पर अकीदतमंदों ने उनका जोरदार इस्तकबाल किया। मुहल्ला मिर्धान पुराने इस्लामिया स्कूल के पास अदनान मियां ने परचम लहरा कर जुलूस की शुरुआत का इशारा किया। हाजी नवाब हुसैन ने सभी अंजुमनों को रवाना किया। यह मुबारक जुलूस बड़ी शानो-शौकत और बेहद संजीदगी के साथ गुज़रा और मेन रोड पर मस्जिद आला हजरत पहुंचा।

दोपहर बाद आरएसी मुख्यालय बैतुर्रजा पर परिंदे आजाद किए गए। यहां अदनान  ने पैगाम दिया कि जुल्म, ज्यादती और जहालत से आजादी का इकलौता रास्ता यह है कि हम शरीयत पर अमल करें और प्यारे नबी से मोहब्बत करें। अदनान मियां के  बेटे अली रजा ने अपने हाथ से परिंदे आजाद किए। हन्नान रजा, हनीफ अजहरी, मुजफ्फर अली, सय्यद मुशर्रफ हुसैन, रिजवान रजा, मोहम्मद चांद, इब्ने हसन, फारुख तहसीनी, उवैस रजा खान, समीर रजा, सलमान रजा, फहमीश रजा, फुरकान रजा, यूनुस रजा, अफसार अहमद, अब्दुल मोईद रजा आदि मौजूद रहे।