बाराबंकी: फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे श्रमिकों के बच्चे, CBSE स्कूल में लेंगे शिक्षा

बाराबंकी: फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे श्रमिकों के बच्चे, CBSE स्कूल में लेंगे शिक्षा

बाराबंकी, अमृत विचार। श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों की निशुल्क शिक्षा के लिए सरकार ने मंडल स्तर पर अटल आवासीय विद्यालय खोले हैं। फरवरी माह में कराई गई प्रवेश परीक्षा में जिले के श्रम विभाग कार्यालय में पंजीकृत श्रमिकों के साथ मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जुड़े 22 बच्चों का चयन हुआ है। इन बच्चों को अयोध्या स्थित अटल आवासीय विद्यालय में भेजकर उन्हें वहां इंटर तक सीबीएसई की तर्ज पर शिक्षा मिलेगी। यहां तक रहने, खाने से लेकर अन्य आवासीय सुविधाएं मिलेगी।

शहर स्थित एक सरकारी शिक्षण संस्थान में फरवरी माह में अटल आवासीय स्कूल में शिक्षा लेने के लिए प्रवेश परीक्षा कराई गई थी। जिसमें सात दर्जन से अधिक बच्चों ने प्रवेश परीक्षा दी थी। इनमें से 22 बच्चों का चयन पात्रता श्रेणी के आधार पर किया गया है। इनमें श्रम प्रवर्तन कार्यालय में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के साथ महिला कल्याण विभाग की देखरेख में रह रहे कोविड़ पीड़ित अभिभावकों के बच्चें भी शामिल है। जिन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में लाभांवित किया गया था।

चयनित इन 22 बच्चों को अयोध्या भेजने की तैयारी की गई है। यह बच्चें अयोध्या जनपद स्थित अटल आवासीय विद्यालय में रहकर शिक्षण ग्रहण करेंगे। यहां उन्हें कक्षा छह से इंटर तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। यहां तक रहने और खाने के साथ शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए इंडोर व आउटडोर गेम में प्रतिभाग कराकर मानसिक व शारीरिक रुप से मजबूत बनाया जाएगा। चयनित इन नौनिहालों में बालकों के साथ बालिकाएं भी शामिल हैं। इंटर तक सीबीएसई की तर्ज पर पढ़ाई के बाद यह बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे।

अक्सर देखने में आया है कि निर्माण श्रमिक के रुप में काम करने वाले मजदूरों के बच्चे कई बार आर्थिक स्थिति एवं अन्य कारणों की वजह से अपनी पढ़ाई को पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय योजना की शुरुआत की है। श्रम विभाग में कम से कम तीन साल का पंजीकरण पूरा कर चुके श्रमिकों के बच्चे परीक्षा में भाग लेने के बाद पात्रता के आधार पर चयन होता है। 

यह मिलेंगी सुविधाएं

मंडल मुख्यालय पर संचालित अटल आवासीय विद्यालय में सरकार सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तर्ज पर बच्चों को शिक्षित करेगी। यहां पढ़ने वाले नौनिहालों को आवास, वस्त्र, भोजन, स्कूल ड्रेस और किताबों आदि का खर्च सरकार की ओर से वहन किया जाएगा। स्कूल में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

पिछले वर्ष 13 बच्चों का हुआ था चयन

अटल आवासीय योजना की शुरु हुए दो साल हुए हैं। पहले साल में ही जिले के 13 बच्चों को चयन इस विद्यालय में हुआ था। यह बच्चें एक साल से कक्षा छह से इंटर तक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें अधिकांश बच्चें श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के हैं। अपने नौनिहालों काे सुविधायुक्त अंग्रेजी मीडियम स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते देख श्रमिक फूले नहीं समा पा रहे हैं। श्रमिक मैकू्, राजकमल, बेचन, सेवकराम, रामू, राकेश, संतोष समेत कई अन्य श्रमिकों का कहना है कि मजदूरी कर बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाना संभव नहीं था लेकिन सरकार का यह प्रयास उनके सपनों को पूरा कर रहा है।

मंडल मुख्यालय पर संचालित अटल आवासीय विद्यालय में जिले के 22 बच्चों का चयन इस साल हुआ है। इन बच्चों को सीबीएसई की तर्ज पर कक्षा छह से इंटर तक शिक्षा दी जाएगी। पूरा खर्चा सरकार वहन कर रही है। पिछले साल 13 बच्चों का चयन हुआ था..., मयंक सिंह, सहायक श्रमायुक्त,बाराबंकी।

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