टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग दूसरे दिन भी बंद
टनकपुर/चम्पावत, अमृत विचार। भारी बारिश के कारण टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार से बंद है। दूसरे दिन भी है यह मार्ग बंद रहा। अभी भी चम्पावत और टनकपुर के बीच सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन ने इन यात्रियों के भोजन और ठहरने के लिए टनकपुर, स्वाला और चम्पावत में व्यवस्थाएं की है।
वहीं पूर्णागिरि मार्ग समेत चम्पावत जिले की 35 अन्य मार्ग भी बंद हैं। भारी वर्षा से टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के बाराकोट के संतोला और स्वाला के अलावा अन्य कुछ स्थानों पर भारी मलबा आने से यह मार्ग बंद है। बारिश से मार्ग में पड़े मलबे को हटाने में दिक्कतें आ रही है।
शारदा नदी और किरोड़ा नाला भी उफान पर है। शारदा घाट क्षेत्र में भी बाढ़ के आशंका बनी हुई है। वहीं नदी और नालों से गांव उचौलीगोठ, थवालखेड़ा, बसानीगोठ, छीनीगोठ, थपलियाल खेड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्रों में भी नदी नालों से भू कटाव हो रहा है। वहीं जिले के भिंगराड़ा में एक धर्मशाला नाले के तेज कटाव के कारण बह गई।
अमोड़ी महाविद्यालय परिसर जलमग्न होने से पठन-पाठन कार्य नहीं हो सका। पूर्णागिरि मार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा। यह मार्ग बंद होने के कारण टनकपुर के ककरालीगेट बैरियर के पास ही पुलिस द्वारा सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं को रोका गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत के जिलाधिकारी को वर्चुअल माध्यम से राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।