बदायूं: अधिकारियों को सूचना दिए बगैर साइबर ठगी मामले में गए रुद्रपुर, एसएसपी ने निलंबित किए दो सिपाही

एक सिपाही खुद को बताता था साइबर एक्सपर्ट, पहले लग चुके हैं रुपयों के लेने देने के आरोप

बदायूं: अधिकारियों को सूचना दिए बगैर साइबर ठगी मामले में गए रुद्रपुर, एसएसपी ने निलंबित किए दो सिपाही

बदायूं,अमृत विचार। साइबर ठगी से जुड़े एक मामले में अधिकारियों को सूचना दिए बिना उत्तराखंड जिला रुद्रपुर गए दो सिपाहियों पर एसएसपी ने निलंबन की कार्रवाई की है। शिकायत के आधार पर दोनों सिपाहियों को दो दिन पहले लाइन हाजिर किया गया था। प्रारंभिक जांच के बाद एसएसपी ने दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। 

कोतवाली सिविल लाइन में तैनात सिपाही संतोष गंगवार साइबर ठगी के मामले देखता था। वह लगभग डेढ़ साल से साइबर के मामलों की जांच कर रहा था। थाने पर आने वाले लोगों को खुद को साइबर एक्सपर्ट बताता है। सिपाही पर अक्सर ही रुपयों के लेनदेन के आरोप लग चुके हैं। कुछ दिनों पहले एक मामला सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता तक पहुंचा था। बताया जा रहा है कि उस मामले में सिपाही को रुपये वापस करने पड़े थे। इसी बीच अगस्त महीने में शहर के एक व्यापारी ने अपने साथ 18 लाख रुपये की ठगी की शिकायत की थी। मामले की जांच करने के लिए संतोष गंगवार एक और सिपाही अभिलाष शर्मा को लेकर उत्तराखंड के रुद्रपुर तक पहुंच गया। दोनों सिपाहियों ने प्रभारी निरीक्षक से लेकर अधिकारियों तक को कोई सूचना नहीं दी। न ही किसी प्रकार की अनुमति ली गई। सिविल लाइन पर तैनात निरीक्षक अपराध नरेश कुमार जिले के बाहर थे। इसी दौरान सिपाही संतोष गंगवार ने फोन करके निरीक्षक अपराध को भी रुद्रपुर बुला लिया। वह तीनों तीन दिन तक अनुपस्थित रहे। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने दो दिन पहले निरीक्षक अपराध नरेश कुमार और दोनों सिपाही संतोष गंगवार और अभिलाष शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया था। सीओ उझानी शक्ति सिंह से जांच कराई गई। जांच के बाद मंगलवार शाम सीओ उझानी ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। जिसमें दोनों सिपाही दोषी पाए गए हैं। जिसके चलते एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करके विभाग जांच शुरू कराई है। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराई गई थी। दोनों सिपाहियों को दोषी मिलने पर कार्रवाई की गई है। आगे विभागीय जांच चल रही है।