Kanpur: जेके कैंसर संस्थान में हो सकेगी बायोप्सी; मरीजों की परेशानी होगी दूर, जांच के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
कानपुर, अमृत विचार। जेके कैंसर संस्थान में अब कैंसर रोगियों को बायोप्सी कराने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज या निजी संस्थानों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। यहां बायोप्सी सुविधा शुरू होगी। इस संबंध में संस्थान ने तैयारी शुरू कर दी है। रावतपुर स्थित जेके कैंसर संस्थान में प्रतिदिन दो से ढाई सौ मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इनमे से कई को बायोप्सी कराने की जरूरत होती है।
वर्तमान में यहां यह सुविधा नहीं है। मरीजों को बायोप्सी के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, या निजी पैथोलाजी में जाना पड़ता है। अब संस्थान प्रबंधन ने यहां पर बायोप्सी जांच की सुविधा के संबंध में तैयारी शुरू कर दी है। तीन साल पहले तक संस्थान में ये जांच होती थी।
जांच की जिम्मेदारी पीओसीटी एजेंसी को देने की बात चल रही है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि एजेंसी मैन पॉवर और उपकरण निशुल्क देती है। सिर्फ रीजेंट का पैसा लेती है।
कई मरीज बाहर से बायोप्सी कराकर आते
जेके कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. एसएन प्रसाद ने बताया कि कई मरीज बाहर से ही बायोप्सी जांच कराकर संस्थान में आते हैं। औसत आठ सैंपल प्रतिदिन बायोप्सी जांच के लिए मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग में भेजे जाते हैं। पीओसीटी एजेंसी के काम शुरू करने पर जांच यहीं होगी। पैथोलॉजी लैब में जांच के सारे उपकरण उपलब्ध हैं।