कानपुर में गंगा में डूबे वाराणसी के उपनिदेशक स्वास्थ्य कर्मी का गंगा बैराज में फंसा मिला शव: बचाने के एवज में नाविक ने ट्रांसफर कराये थे 10 हजार रुपये

कानपुर में गंगा में डूबे वाराणसी के उपनिदेशक स्वास्थ्य कर्मी का गंगा बैराज में फंसा मिला शव: बचाने के एवज में नाविक ने ट्रांसफर कराये थे 10 हजार रुपये

कानपुर, अमृत विचार। बिल्हौर थानाक्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने के दौरान गंगा में डूबे वाराणसी के उपनिदेशक स्वास्थ्य आदित्य वर्धन सिंह उर्फ गौरव का शव रविवार की रात गंगा बैराज में फंसा मिला। पुलिस ने शव को निकलवाकर परिजनों को सूचना दी। सूचना पाकर आदित्य के परिजन, दोस्त, मां-पिता, रिश्तेदारों ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बता दें कि, बीते 31 अगस्त से आदित्य वर्धन सिंह की तलाश में स्थानीय पुलिस, पीएसी, एनडीआरफ और एसडीआरएफ के गोताखोर तलाशी अभियान चला रहे थे।

ये था मामला

ग्राम कबीरपुर खंभौली निवासी रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं। वह मौजूदा समय में लखनऊ के मोहल्ला अलीगंज में मकान बनाकर रह रहे हैं। उसका बेटा आदित्य वर्धन गौरव (44)  बनारस में स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद पर कार्यरत है। डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव शनिवार को अपने मित्र लखनऊ निवासी योगेश्वर मिश्र और प्रदीप तिवारी के साथ अपनी कार से गंगा स्नान करने आए थे। उन्हें गंगा स्नान करने के बाद अपने पैतृक गांव कबीरपुर खंभौली जाना था। चारों लोग कानपुर नगर के बिल्हौर थानाक्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने लगे। इस दौरान स्नान करते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी मे चले गये। वहां मौजूद साथियों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। 

बचाने के एवज में नाविक ने ट्रांसफर कराये 10 हजार रुपये

डूबते समय आदित्य वर्धन ने बचाने के लिए शोर मचाया तो साथी प्रदीप ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद मल्लाह शैलेश कश्यप निवासी ग्राम नानामऊ से डूब रहे मित्र को बचाने की गुहार लगाई ल। इस पर मल्लाह ने दस हजार रुपये तुरंत उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की। प्रदीप तिवारी ने 10 हजार रुपये मल्लाह के खाते में स्थानांतरित भी कर दिए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आदित्य वर्धन गंगा नदी की तेज धारा में विलीन हो चुका था। बाद में मल्लाह शैलेश कश्यप अपनी नाव गंगा तट पर ही छोड़ कर घटनास्थल से भाग निकला।

पत्नी जज व बहन ऑस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात

गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव की पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं। घटना की सूचना मिलते ही वह भी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए चल चुकी हैं। वहीं बहन गुड़िया वर्तमान में आस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात है। 

चचेरा भाई है बिहार मुख्यमंत्री के निजी सचिव

आदित्य वर्धन गौरव का चचेरा भाई अनुपम सिंह बिहार प्रांत में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है। वह पटना सहित करीब एक दर्जन जिलों में जिलाधिकारी सहित कई उच्च पदों पर तैनात रहे हैं। वर्तमान समय में वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निजी सचिव हैं।