21वीं पशुगणना की तैयारी पूरी, 200 गणनाकर्ता और 25 सुपरवाइजर करेंगे गणना

जिले के सभी ब्लॉकों में होगी पशु गणना, शुरु हुई तैयारी 

21वीं पशुगणना की तैयारी पूरी, 200 गणनाकर्ता और 25 सुपरवाइजर करेंगे गणना

अयोध्या, अमृत विचार। जिले में 21वीं पशुगणना अभियान का शुभारम्भ हो गया है। इससे पहले वर्ष 2019 में 20वीं पशुगणना कराई गई थी। शासन द्वारा हर पांच साल में पशुओं की गणना करायी जाती है। जिले में पशुओं की गणना करने के लिये 200 गणनाकर्ता व 25 सुपरवाइजर की तैनाती की गयी है। जिले के सभी ब्लॉकों में एक साथ पशु गणना की जाएगी। 
   
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. जगदीश सिंह ने बताया कि देश में पहली पशुगणना वर्ष 1919 में हुई थी, जबकि 21 वीं पशुगणना 31 दिसम्बर तक प्रस्तावित है। जिले में 21वीं पशुगणना के लिये तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल गांव व 561062 परिवारों की संख्या (वर्ष 2011 के जनगणना के अनुसार) के सापेक्ष 25 सुपरवाईजर और 200 गणनाकर्ताओं को पशुगणना कार्य के लिये प्रशिक्षित किया जा चुका है।
  
इस अभियान में गणनाकर्ताओं द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के वार्ड और गांवों में हर घर जाकर पालतू पशुओं, पक्षियों की सही व पूरी जानकारी संख्यावार तथा नस्लवार एकत्र कर सभी पशुओं को टैगिंग कर मोबाइल के माध्यम से एप पर अपलोडिंग किया जायेगा। इस कार्य का पर्वेक्षण 21वीं पशुगणना में नियुक्त किये गये सुपरवाईजर द्वारा किया जायेगा।

सुपरवाईजर द्वारा सभी पशुओं, पक्षियों का पूरा सही पाये जाने पर जिला स्तरीय नोडल अधिकारी पशुगणना के वेव ऐप पर भेजा जायेगा। सुपरवाइजर द्वारा भेजे गये पशुगणना का विवरण जांचोपरान्त नोडल अधिकारी पशुगणना द्वारा पशुगणना का विवरण प्रदेश के नोडल अधिकारी पशुगणना ऐप के माध्यम से प्रेषित किया जायेगा। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने सभी पशुपालकों से अपील किया है कि सभी पशुपालक अपने पशुओं, पक्षियों की पूरी व सही जानकारी पशुगणनाकर्ताओं को देकर एवं अपने पशुओं की टैगिंग जरूर कराएं।

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