इंदौर और भोपाल को लखनऊ ने पछाड़ा पीछे, 130 शहरों में चौथे नंबर पर राजधानी 

इंदौर और भोपाल को लखनऊ ने पछाड़ा पीछे, 130 शहरों में चौथे नंबर पर राजधानी 

लखनऊ, अमृत विचार: राजधानी की हवा पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में काफी स्वच्छ हुई है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में इस बार राजधानी को देश में चौथा स्थान मिला है, पिछले वर्ष 25 वां स्थान मिला था। नगर निगम अधिकारी अपने लापरवाह कर्मचारियों पर सख्त हो जाएं और लोग भी जागरूक हो जाएं तो अगले वर्ष फिर पहला स्थान मिला सकता है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शनिवार को स्वच्छ वायु दिवस पर वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तीन कैटेगरी में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी की।इसमें देश के 130 शहरों को शामिल किया गया। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लखनऊ को देश में चौथा स्थान मिला है। पहले तीन शहरों में जगह बनाने में लखनऊ 1 अंक से पिछड़ गया। 190 अंक के साथ आगरा को तीसरा और 189 अंक के साथ लखनऊ को चौथा स्थान मिला है। 194 अंक लेकर सूरत पहले और 193 अंक के साथ जबलपुर दूसरे स्थान पर आया है।2022 के वायु गुणवत्ता सर्वेक्षण में लखनऊ को पहला स्थान मिला था। 2023 में रैंक गिरकर 25 पहुंच गई थी। इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले गुणवत्ता में 7.96 प्रतिशत का सुधार हुआ है।

वायु प्रदूषण का बड़ा कारण जाम
वायु गुणवत्ता में सुधार की निरंतर आवश्यकता है। नगर निगम ने प्रयास तो किया लेकिन अभी और मेहनत की जरूरत है। अतिक्रमण से शहर में लग रहा जाम वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। वाहनों का धुआं लोगों के स्वास्थ्य पर असर डालता है। बालू-मौरंग आदि सड़क पर डालने से धूल के कण हवा में उड़कर प्रदूषण फैलाते हैं। जगह-जगह खुले में बने डंपिंग यार्ड के कूड़े की दुर्गंध भी हवा में प्रदूषण बढ़ाती है।

उड़ती धूल भी प्रदूषण का कारक

राजधानी की खस्ताहाल सड़कों पर वाहन धूल उड़ा रहे हैं। बारिश के बाद सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। जिससे वाहन धूल उड़ाते चलते हैं। मिट्टी लदे डम्पर बिना कवर किए धूल उड़ाते चलते हैं। मिट्टी खनन के लिए नियम निर्धारित होने के बाद भी इसका पालन नहीं किया जाता है।

खुलेआम जल रहा कूड़ा

नगर निगम कर्मियों को देने के बजाए लोग घर के सामने ही कूड़ा जलाते हैं। कर्मचारी भी कूड़े में आग लगा देते हैं। अधिकारी इस पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाने और प्रदूषण फैलाने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई ठंडे बस्ते में है।

इन कारँणों पर करना होगा काम

-ज्यादा देर न रुक पाए यातायात, जाम की समस्या करें दूर
- खुले में कूड़ा डालने और जलाने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई
- ई-वाहनों को बढ़ावा दिया जाए
- निर्माण साइट पर धूल न उड़ने दें
- खराब सड़कों की समय से मरम्मत
- खुले में सड़क किनारे निर्माण सामग्री डालने पर रोक

ये है प्वाइंट टेबल

शहर                  प्वाइंट        रैंक
सूरत                     194      1
जबलपुर                   193      2
आगरा                  190       3
लखनऊ                   189      4
कानपुर                183.8     5
बड़ोदरा              182       6
इंदौर                       182    7
भोपाल                182     8
विजयवाड़ा             182           9
अहमदाबाद                 181      10


नगर निगम ने कई बिंदुओं पर सुधार का प्रयास किया है। इसमें सफलता भी मिली है। इस बार वायु गुणवत्ता सूचकांक में लखनऊ को देश में चौथा स्थान मिला है। अभी और सुधार की आवश्यकता है। हमारा प्रयास रहेगा कि अगली बार लखनऊ पहला स्थान हासिल करे।
इन्द्रजीत सिंह, नगर आयुक्त, लखनऊ नगर निगम

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