बाराबंकी: सीएचसी पर बालक की आंख में डाली गलत दवा, परिजन ने किया हंगामा 

बाराबंकी: सीएचसी पर बालक की आंख में डाली गलत दवा, परिजन ने किया हंगामा 

त्रिवेदीगंज/बाराबंकी, अमृत विचार। डॉक्टर ने दवा लिखी आंख की और फार्मासिस्ट की जगह काम काज संभाल रहे प्रशिक्षु ने कोई और दवा दी। दवा डालते ही जब बच्चे को दिक्कत होनी शुरू हुईं तो परिजन हंगामा करने लगे। सीएचसी पर तैनात चिकित्सा अधिकारी ने बच्चे का तत्काल इलाज कर स्थिति को संभाला। सूचना पाकर लखनऊ से पहुंचे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने जांच करने की बात कही है।

मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज से जुड़ा है। गुरुवार को उस समय असहज स्थिति पैदा हो गई, जब क्षेत्र के मानपुर गांव निवासी सुनीता अपने 10 वर्षीय पुत्र सत्येंद्र की आंख का इलाज कराने पहुंची। पर्चा बनवाने के बाद मौजूद चिकित्सा अधिकारी ने आंख के इलाज के लिए दवा लिख दी लेकिन फार्मेसी पर पहुंचने के बाद फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति के चलते ट्रेनी फार्मासिस्ट ने आंख के बजाए कोई और दवा सुनीता को दे दी। सुनीता द्वारा दवा डालते ही सत्येंद्र को उलझन होने लगी, हालत ठीक न होते देख महिला ने अस्पताल में ही हंगामा शुरू कर दिया। यहां तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंजलि ने माहौल संभालते हुए बच्चे का सही इलाज किया। 

इसी बीच सूचना पर लखनऊ से पहुंचे स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक ने डॉक्टर हरप्रीत सिंह ने बताया कि चिकित्सक द्वारा दवा ठीक लिखी गई है। गलत दवा दे दी गई, जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक ने यह भी बताया कि कल सभी प्रशिक्षु फार्मासिस्टों की बैठक सुबह बुलाई गई है जिसमें सख्त निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि डॉक्टर द्वारा लिखे गए परिचय की दवा प्रशिक्षु  फार्मासिस्ट के बजाय नियुक्त फार्मासिस्ट को देनी चाहिए। बताते चलें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज में लगभग 16 फार्मासिस्ट जो डीफार्मा व बीफार्मा करने के बाद प्रशिक्षण के लिए आए हैं। फार्मेसी उन्हीं के सहारे चलती है। यह प्रशिक्षु फार्मासिस्ट डॉक्टर द्वारा लिखे गए परचे को ठीक से पढ़ने के बजाय गलत उच्चारण कर गलत दवा दे देते हैं।

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