KGMU:दांत नहीं होंगे खराब, मिठाइयां भी नहीं पहुंचायेंगी नुकसान, बस करना होगा यह विशेष काम
लखनऊ, अमृत विचार। बहुत से लोग ब्रश करने की आदत में सुधार नहीं करते हैं। जिसकी वजह से उनकों दांत में दर्द और सड़न की समस्या से जूझना पड़ता है, कई लोग तो जीवन भर दांत की समस्या से जूझते हैं, लेकिन महज अपनी आदत में सुधार कर दांत को जीवन भर के लिए मजबूत कर सकते हैं। करना बस इतना है कि सुबह और शाम दोनों समय ब्रश करने की आदत डालें। यह जानकारी इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एंडोडॉन्टिक्सव एसोसिएशन के सचिव डॉ. वी गोपी कृष्णा ने अमृत विचार के साथ हुई बातचीत के दौरान दी है।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) August 28, 2024
दरअसल,डॉ. वी. गोपी कृष्णा बुधवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय मैग्निफिकेशन मास्टर क्लास में बतौर ट्रेनर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि दांतों को 2 से 3 मिनट तक ब्रश से साफ करना चाहिए। इस दौरान अच्छे टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। सुबह ब्रश करने के साथ रात में सोने से पहले ब्रश करने की आदत अच्छी होती है। खास कर उन बच्चों और वयस्कों को विशेष ध्यान रखना चाहिए जो मिठाई खाने के शौकीन है। मिठाई खाने के बाद ब्रश जरूर करें। इससे दांत कभी खराब नहीं होंगे और डॉक्टर के पास भी नहीं जाना पड़ेगा।
माइक्रोस्कोप से दांतों का गुणवत्तापूर्ण इलाज संभव
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची केजीएमयू की कुलपति प्रो.सोनिया नित्यानंद ने कहा कि माइक्रोस्कोप से दांतों के इलाज में और अधिक गुणवत्ता आयेगी। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला से न केवल प्रतिभागियों को फायदा होगा, बल्कि डेंटल फैकेल्टी की इनआइआरएफ रैकिंग में भी इजाफा होगा।
100 से अधिक डॉक्टरों ने लिया हिस्सा
केजीएमयू स्थित कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एवं एंडोडॉन्टिक्स विभाग की तरफ से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना से करीब 100 डॉक्टरों ने माइक्रोस्कोप से इलाज के गुर सीखे हैं। बताया जा रहा है कि केजीएमयू के दंत संकाय में पहली बार इस तरह की कार्यशाला आयोजित हुई है। कार्यशाला की संयोजक डॉ. प्रज्ञा पाण्डेय ने बताया कि माइक्रोस्कोप की मदद से उन दांतों को भी बचाया जा सकता है, जिन्हें निकालने की सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया कि माइक्रोस्कोप से दांतों की सूक्ष्म से सूक्ष्म समस्या को देखा जा सकता है। इससे रूट कैनाल करने में आसानी होती है। इस अवसर पर डॉ. राकेश यादव, कार्यक्रम के सह आयोजन सचिव डॉ. रमेश भारती, डॉ. विजय शाक्य और डॉ. निशी सिंह ने किया है।
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