लखनऊ: बिना हथकड़ी पेशी पर लाया गया कैदी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भागा, सिविल कोर्ट परिसर का मामला

लखनऊ: बिना हथकड़ी पेशी पर लाया गया कैदी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भागा, सिविल कोर्ट परिसर का मामला

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी के सिविल कोर्ट से मंगलवार को पेशी पर लाया गया कैदी पुलिकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला। उसे बिना हथकड़ी में लाया गया था। आरोपी को लखनऊ जिला जेल से कांस्टेबल विपिन पांडेय और देवेश कुमार लेकर पहुंचे थे। डीसीपी पश्चिम डॉ. ओम वीर सिंह का कहना है कि मामले में लापरवाही बरतने वाले दोनों कांस्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कैदी की तलाश की जा रही है।

घटना सिविल कोर्ट परिसर में दोपहर करीब 3 बजे की है। बताया जा रहा है कि दोनों पुलिसकर्मी राजकुमार नामक कैदी को गाड़ी से लेकर पेशी पर पहुंचे थे। जैसे ही उसे गाड़ी से उतारा गया, हथकड़ी नहीं लगी होने से पुलिस कर्मियाें को चकमा देकर भागने लगा। जब तक पुलिसकर्मी पीछा करते वह लापता हो चुका था। फिलहाल डीसीपी का कहना है जांच कर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही फरार कैदी को पकड़ने के लिये टीमें लगाई हैं। घटना स्थल से लेकर उसके भागने वाले रूट के आसपास के कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही हैं। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी में गया था जेल

पुलिस के मुताबिक फरार कैदी राज कुमार कनौजिया मड़ियांव का रहने वाला है। 2021 में सरकारी नौकरी लगने के नाम पर कई लोगों से ठगी की थी। जानकीपुरम थाने में तीन जनवरी 2024 को अतिकुल रहमान ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी मामले में कोर्ट ने उसे दो महीने बाद जेल की सजा सुनाई थी।

नगर निगम में सफाई कर्मी था आरोपी

राजकुमार बस्ती में नगर निगम में सफाई कर्मी था। वह फर्जी अधिकारी बनकर जालसाजी कर भोले-भाले और पढ़े-लिखे बेरोजगार लोगों को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करता था। दिसंबर 2020 में राजकुमार ने अतीकुल रहमान, उसके भाई मो. आरजू को नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपये ठगे थे। नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ित ने मामला दर्ज कराया था।

आरोपी के खिलाफ कई जिलों में दर्ज हैं मामला

पुलिस का कहना है कि आरोपी काफी शातिर है। उसके खिलाफ लखनऊ, बाराबंकी, बस्ती समेत कई जिलों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी तो किराए का मकान छोड़कर अपने मूल निवास ग्राम महरीपुर बस्ती भाग गया था। इसके बाद वहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।

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