कुट्टू के आटे से बना 'फलाहार' खाने के बाद मथुरा में 120 से अधिक लोग विषाक्तता के शिकार, अस्पताल में भर्ती
मथुरा। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले 120 से अधिक लोग कुट्टू के आटे से बना ‘फलाहार’ खाने के बाद कथित तौर पर भोजन विषाक्तता के शिकार हो गये और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कुट्टू के आटे की आपूर्ति करने वाले दो दुकानदारों के यहां जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले 60 से अधिक लोगों की कुट्टू के आटे से बने पूड़ी और पकौड़े खाने के बाद विषाक्तता के कारण तबीयत बिगड़ गयी। बाद में उन्होंने बताया कि बीमारों की संख्या बढ़कर 120 से अधिक हो गयी है। उन्होंने बताया कि इन लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने के बाद आगरा तथा मथुरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के त्वरित प्रतिक्रिया दल (रैपिड रिस्पांस टीम) के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि यह घटना सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे की है जब फरह थाना क्षेत्र के पांच-छह गांवों में ‘फूड प्वॉयजनिंग’ होने की शिकायत मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम फरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) तथा गांवों में पहुंचीं और मरीजों को पहले सीएचसी में लाया गया, लेकिन जब संख्या बढ़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल, वृन्दावन स्थित सौ-शैया संयुक्त चिकित्सालय और आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।’’
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़कर 120 से अधिक हो गयी है और लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है, जहां उनका उपचार जारी है। उन्होंने कहा कि लोगों की हालत में सुधार हो रहा है तथा आज दिन में जिन लोगों की हालत सुधर जाएगी, उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि रात करीब दस बजे से ही फरह क्षेत्र के कई गांवों में जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले लोगों को पेट दर्द, उल्टी तथा दस्त की शिकायत होने लगी थी। वर्मा के अनुसार, पहले तो गांव में ही उपचार का प्रयास किया गया, परंतु कुछ ही घंटों में स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा आगरा के अस्पतालों में ले जाया जाने लगा।
उन्होंने बताया कि भोजन विषाक्तता का शिकार हुए लोग परखम, बरोदा, मिर्जापुर, मखदूम, खैरट आदि गांव के निवासी हैं। इन सभी लोगों ने उन दुकानदारों से कुट्टू का आटा खरीदा था जिन्होंने फरह के दो बड़े किराना मर्चेंट झगड़ू और राजकुमार से माल खरीदा था।
एक अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दोनों दुकानदारों के यहां छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। पुलिस उन दोनों आरोपी दुकानदारों की तलाश में जुट गई है। सीएमओ ने बताया कि आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 43, मथुरा के जिला अस्पताल में 29, सौ-शैया संयुक्त चिकित्सालय में 15, बाबा जयगुरुदेव धर्मार्थ अस्पताल में 15, चौहान अस्पताल में 10 एवं अन्य को फरह के सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि चार टीम गांवों में भी विशेष रूप से भेजी गई हैं। जिलाधिकारी कार्यालय ने बताया कि खाद्य एवं औषधि विभाग लगातार क्षेत्रीय स्तर पर कस्बे और आसपास के गांवों की दुकानों से नमूने एकत्र कर कानूनी कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक सभी पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका उपचार जारी है।
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