Kanpur: जूते में पानी पिलाने का आरोप इंस्पेक्टर व पुलिस वालों की जांच...पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से की थी शिकायत
जांच एसीपी कल्याणपुर को दी गई
कानपुर, अमृत विचार। सवारी बैठाने को लेकर ऑटो व ई-रिक्शा चालक के बीच मारपीट में समझौता कराने के एवज में 10 हजार रुपये न देने पर चालक को जूते में पानी पिलाने के आरोप को लेकर कल्याणपुर इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिस कर्मियों की जांच शुरू हो गई है। शनिवार को ई-रिक्शा चालक की मां ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर आपबीती बताई। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने एसीपी कल्याणपुर को जांच सौंपी है।
दयानंद विहार निवासी महिला ने बताया बेटा ई-रिक्शा चलाता है। 17 अगस्त की शाम सवारी बैठाने को लेकर मोहल्ले के ऑटो चालक से उसकी कहासुनी हो गई थी। बेटे ने कल्याणपुर थाने की चौकी नवशीलधाम में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद ऑटो चालक ने बेटे से माफी मांग ली, दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
आरोप है कि समझौते के बाद चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार ने 10 हजार रुपये मांगे। मना करने पर भड़क गए। उन्होंने चौकी में बैठे दरोगा दिनेश कुमार यादव और सिपाही संजीव को बुलाकर दबाव बनाया। बेटे ने विरोध किया तो सभी ने गाली-गलौज करते हुए चौकी में पिटाई की। वह मौके पर पहुंची और बेटे को पीटने का विरोध किया, इस पर चौकी इंचार्ज ने अभद्रता भी की। उनको और बेटे तथा ऑटो वाले को कल्याणपुर थाने भेज दिया।
वहां थानाध्यक्ष सुधीर सिंह और चौकी इंचार्ज ने बेटे को हवालात में डाल दिया। छोड़ाने की बात कहने पर लात-घूसों और डंडों से पीटा। इसके बाद जूते में पानी भरकर पिलाया। इसके बाद बेटे और ऑटो वाले का शांतिभंग में चालान कर दिया।
डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले में महिला, उसके बेटे और ऑटो ड्राइवर के बयान दर्ज करने के बाद थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और कॉन्स्टेबल समेत अन्य पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई। मारपीट करने और जूते में पानी पिलाने के आरोप की सच्चाई जांचने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।