रुद्रपुर: एनएसयूआई ने उठाया नर्स हत्याकांड की सीबीआई जांच का मुद्दा

रुद्रपुर: एनएसयूआई ने उठाया नर्स हत्याकांड की सीबीआई जांच का मुद्दा

रुद्रपुर, अमृत विचार। नर्स हत्याकांड का प्रकरण लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए एनएसयूआई के बैनर तले बड़ी संख्या में डिग्री कॉलेज के छात्रों ने आक्रोश जुलूस निकाला और पुलिस कार्यालय पहुंचकर एसएसपी का घेराव किया। आक्रोशित छात्रों ने जघन्य हत्याकांड की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की। जिस पर एसएसपी ने काफी समझाने के बाद एसआईटी का गठन कर दिया।

शनिवार को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर और तराई किसान संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क के अलावा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र नेताओं के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं डिग्री कॉलेज प्रांगण में एकत्रित हुईं। यहां से आक्रोश जुलूस निकालते हुए नैनीताल हाईवे से पुलिस कार्यालय पहुंचे।

जहां छात्रों की भीड़ देख विभाग में हड़कंप मच गया। घेराव के दौरान एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पुलिस के पास मैनुअल-तकनीकी साक्ष्य है। बारीकी से तफ्तीश करने के बाद ही हत्या आरोपी धर्मेंद्र कुमार की गिरफ्तारी हुई और लूटा गया मोबाइल भी बरामद किया गया है। पूछताछ में साफ हो गया है कि हत्यारोपी ने तत्काल अकेली आती नर्स को देख कर रेप और लूटपाट करने की योजना बनाई और नजदीक खाली प्लॉट में ले जाकर हत्याकांड व बलात्कार को अंजाम दिया है।

इस दौरान विद्यार्थी सीबीआई जांच की मांग पर अड़ गए। जिस पर एसएसपी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एसआईटी का गठन किया जाएगा और पीड़ित के निशाने पर संदिग्धों से पूछताछ कर जांच को आगे बढ़ाती रहेगी। ताकि हत्यारोपी को कड़ी सजा मिले। पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी है।

एनएसयूआई ने आगाह किया कि यदि परिणाम सार्थक नहीं हुए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर छात्रसंघ अध्यक्ष कमल जोशी, रजत बिष्ट, रक्षित चौहान, ललित मटियाली, सचिन वर्मा, मोहम्मद आलम, सुमित गंगवार, अंकित गिरि, फैजान मंसूरी, अंजली देवी, अनुष्का, प्रियंका, लक्ष्मण सिंह, सफी अहमद, साहिबा बी, जावेद अख्तर, रचित सिंह आदि मौजूद रहे। 

कोतवाली-अस्पताल की ओर मुड़ा जुलूस
डिग्री कॉलेज से निकला आक्रोश जुलूस जब कोतवाली के सामने से गुजरा। तब छात्रों की भीड़ कोतवाली में घुसी और कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी से नर्स हत्याकांड को लेकर वार्ता की। कुछ देर बाद जुलूस पुन: पुलिस कार्यालय की ओर कूच कर गया। इसके बाद सिविल लाइंस स्थित नर्स के कार्यस्थल फुटेला अस्पताल पहुंचा। यहां पहुंचते ही छात्रों का पारा चढ़ गया और उन्होंने अस्पताल के सामने खड़े होकर हंगामा काटा और नारेबाजी शुरू कर दी। जिसे देखकर पुलिस ने मुश्किल से समझाकर आक्रोश शांत करने का प्रयास किया।

एक घंटे तक समझाते रहे एसएसपी
पुलिस कार्यालय में छात्रों के जनसैलाब ने जब एसएसपी मंजूनाथ टीसी का घेराव किया और नर्स हत्याकांड से जुड़े सवालों को पूछना शुरू किया तो एसएसपी ने छात्रों को एक घंटे तक समझाने की कोशिश की। एसएसपी 31 जुलाई से लेकर 8 अगस्त और 14 अगस्त हत्याकांड के खुलासे तक की जांच और कहानी को समझाते रहे, लेकिन मृतक के परिजनों व छात्रों के सवाल कम नहीं हुए। बीच-बीच में कप्तान हाथ जोड़कर खुद ही जांच करने की बात कहते रहे।

बिसरा खोलेगी केमिकल की गुत्थी
एसएसपी ने छात्रों को समझाते हुए बताया कि प्रारंभिक पड़ताल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभी तक नर्स की हत्या के बाद केमिकल डालकर गलाने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। बावजूद यूपी पुलिस ने बिसरा रिपोर्ट को जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद केमिकल डालने की चर्चाओं की वास्तविक पुष्टि होगी। इससे पहले पुलिस के सामने कोई तथ्य सामने नहीं आए हैं।

एसएसपी ने पढ़ाया कानून का पाठ
आक्रोश जुलूस के दौरान छात्रों की भीड़ पुलिस कार्यालय पहुंची तो आंदोलित छात्रों ने नर्स की फोटो युक्त तख्तियां हाथ में पकड़ी हुई थी। जिसे देखकर एसएसपी ने तत्काल छात्रों को कानून का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि सर्वोच्च न्यायालय के अलावा मानवाधिकार का सख्त आदेश है कि बलात्कार या फिर हत्या-रेप पीड़िता का नाम व उसकी पहचान को गोपनीय रखा जाए। ऐसे में फोटोयुक्त तख्तियां नियमों के खिलाफ है। जिसके बाद छात्रों ने तख्तियों को छिपा दिया।

ताजा समाचार