WFI के कामकाज पर रोक लगाने वाली याचिका पर IOA तदर्थ पैनल का अधिकार बहाल

WFI के कामकाज पर रोक लगाने वाली याचिका पर IOA तदर्थ पैनल का अधिकार बहाल

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति के अधिकार को बहाल कर दिया जिसमें मौजूदा स्वरूप में डब्ल्यूएफआई के कामकाज पर रोक लगाने और खेल के लिए राष्ट्रीय महासंघ के रूप में कोई भी गतिविधि करने से रोकने की मांग की गई थी। शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान की याचिका पर अंतरिम आदेश पारित करते हुए न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने कहा कि आईओए समिति का पुनर्गठन कर सकता है। 

इन पहलवानों ने पिछले साल जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह पर सात महिला पहलवानों पर कथित यौन उत्पीड़न के आरोप पर गिरफ्तारी की मांग की थी। इस साल के शुरू में इन पहलवानों ने दिसंबर में महासंघ के पदाधिकारियों के चुनाव को रद्द करने और अवैध घोषित करने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया था। बृज भूषण के वफादार संजय सिंह को 21 दिसंबर 2023 को हुए चुनावों में डब्ल्यूएफआई का नया प्रमुख चुना गया था। 

अंतरिम राहत के लिए अपनी याचिका में याचिकाकर्ताओं ने डब्ल्यूएफआई के मौजूदा स्वरूप में कामकाज पर रोक लगाने और कुश्ती के खेल के लिए राष्ट्रीय महासंघ के रूप में कोई भी गतिविधि करने से रोकने की मांग की थी। केंद्र ने चुनाव के तीन दिन बाद डब्ल्यूएफआई को कथित तौर पर फैसले लेत समय अपने खुद के संविधान के प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए 24 दिसंबर 2023 को निलंबित कर दिया था और आईओए से इसका कामकाज देखने के लिए एक तदर्थ समिति गठित करने का अनुरोध किया था। फरवरी में विश्व कुश्ती संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने निलंबन हटा लिया जिसके कारण आईओए ने मार्च में अपनी तदर्थ समिति को भी भंग कर दिया था। शीर्ष पहलवानों की याचिका पर अदालत ने चार मार्च को केंद्र सरकार, डब्ल्यूएफआई और डब्ल्यूएफआई की तदर्थ समिति को नोटिस जारी किया था। 

ये भी पढ़ें : 'अतीत को भूलकर भविष्य के बारे में सोचो', कोच हरेंद्र सिंह की भारतीय महिला हॉकी टीम को सलाह 

ताजा समाचार

ब्रेकिंग: हल्द्वानी: विद्युत यांत्रिक खंड के सहायक अभियंता दुर्गेश पंत को रंगेहाथ घूस लेते पकड़ा
मुरादाबाद : अग्निशमन दल ने जिला अस्पताल में किया मॉकड्रिल, राेगियों को दूसरी मंजिल से सुरक्षित लाकर एंबुलेंस में बैठाया
बिना नोटिस के बुलडोजर की कार्यवाई गलत : सपा व्यापार सभा ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन 
प्रधानाचार्य के खिलाफ विद्यार्थियों का प्रदर्शन, की नारेबाजी : क्लॉस रुम में फैली गंदगी की शिकायत पर भड़के प्रधानाचार्य
चित्तौड़गढ़ में मिली 35 हजार साल पुरानी चित्रकारी, आखिर क्या है पाषाण युग से संबंध
Exclusive: भैरवघाट और सिद्धनाथ बनेंगे दर्शनीय स्थल, सीएम वैश्विक नगरोदय योजना से दोनों घाटों का होगा री-डेवलपमेंट और सुंदरीकरण