Kanpur: हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन सम्मानित
कानपुर, अमृत विचार। आज 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयुक्त कानपुर नगर अमित गुप्ता द्वारा अपने कार्यालय परिसर में ध्वजारोहण किया गया व राष्ट्रगान का गायन हुआ साथ ही पुलिस स्क्वाड द्वारा सलामी भी दी गई।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने उपस्थित गण्यमानजनों व अन्य मण्डलीय अधिकारियों को उद्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी गुलामी से मुक्ति पाना अत्यंत ही कठिन कार्य है, एक बार गुलामी की जंजीरों से जकड़ा व्यक्ति/देश पंगु हो जाता है।
ऐसे ही हमारा देश लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों की कुत्सित व घृणित मानसिकता का शिकार रहा, जिससे मुक्ति के लिए भारत के तमाम स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहूति दी है, परिणाम स्वरूप आज हम स्वतंत्र एवं प्रगतिशील हवा में सांस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी मिलने के उपरान्त हमें इस आजादी को अक्षुण बनाए रखना होगा, जिससे भविष्य में भारत के विरूद्ध कोई अन्य देश वैसा कुत्सित कार्य करने का न सोचे।
स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को किया सम्मानित
आयुक्त अमित गुप्ता ने स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष के समय संघर्ष करने व अपने प्राणों की आहूति देने वाले स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को प्रतीक चिन्ह व शॉल देकर सम्मानित किया, जिसमें नरेंद्र कुमार शुक्ला, पदम कान्त गुप्ता, विनोद कुमार, अनिल शुक्ला, पवन मिश्रा, गौरव दीक्षित, विपुल गुप्ता, अशोक शुक्ला, मनु मिश्रा, सुशीला निगम, भारती निगम आदि को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन बृज किशोर, सहायक आयुक्त खाद्य शशि पाण्डेय, सहायक आयुक्त औषधि दिनेश कुमार तिवारी व अन्य मण्डलीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
वहीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर के नाना राव पार्क, फूल बाग में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मा0 मंत्री औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग उ0प्र0/प्रभारी मंत्री जनपद कानपुर नगर श्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नंदी’ ने ध्वजारोहण किया, तत्पश्चात् उपस्थित गण्यमान्यजनों व प्रशासनिक अमले के साथ राष्ट्रगान का गायन किया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मंचासीन अन्य गण्यमान्य सदस्यों का स्वागत करते हुये मा0 प्रभारी मंत्री ने कहा कि कानपुर में अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया और देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया। यह नगर नाना राव पेशवा की कर्मभूमि है जनपद कानपुर नगर देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले 62 वीर सपूतों की धरती है, सीमा की रक्षा करते हुए इस जनपद के बहादुर जवानों, सेना के अधिकारियों ने देश के लिए सर्वाेच्च त्याग किया है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिये लगातार प्रयासरत है। सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास व सबका प्रयास के ध्येय वाक्य को लेकर चल रही है। सरकार अपनी नीतियों में सौहार्दपूर्ण वातावरण, संतुलित व समावेशी विकास का एजेंडा लेकर कार्य कर रही है।
कहा कि स्वतंत्रता दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को यह याद दिलाना है कि अंग्रेजों की गुलामी देश के लिए कितनी घातक थी व इससे मुक्ति पाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को कितना विशाल संघर्ष करना पड़ा। आज का दिन स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के संघर्ष को नमन करने का है, हमें सेनानियों के संघर्ष व धैर्य की गाथा को जन-जन तक पहुंचाना व उसका पालन कराना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने व देश को प्रगति पथ पर ले जाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है, जिससे कानपुर अछूता नहीं है। कहा कि कानपुर में 216493 किसानों को 773.34 करोड रुपए की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में स्थानांतरित की गई है। कुसुम योजना के तहत अब तक 593 सोलर पम्पों की स्थापना की गई है। निर्यात के मामले में कानपुर नगर बहुत बड़ा आकार ले चुका है पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में नगर से नौ हजार करोड रुपए का निर्यात हुआ है।
मा0 प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में स्पोर्ट्स हब के रूप में की गई संकल्पना में उ0प्र0 के छः चुने गए जनपदों में कानपुर नगर भी सम्मिलित है। 2026-27 तक कानपुर से निर्यात का लगभग बीस हजार करोड रुपए तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कानपुर नगर के 500 एकड़ में बने डिफेंस कॉरिडोर में डिफेंस इकाइयों की स्थापना की गई है। इसी प्रकार कई योजनाओं का नगर में बेहतर संचालन किया जा रहा है।
मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण ने कहा कि देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अथक प्रयास किया, जिससे आज हम स्वतंत्रता दिवस को मनाने हेतु एकत्रित हुए। आज उन्हें अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए नमन करने का दिन है।
वहीं, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि इस कार्यक्रम को मनाने का उद्देश्य है कि जिन आदर्श व नैतिक प्रतिमानों पर चलकर हमारे देश के महापुरुषों ने देश को आजादी दिलाई उन नैतिक प्रतिमानों को हम अपने हृदय में संजोय रखें। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंग बलिदान, शांति व उन्नति का प्रतीक है।
उन्होंने जनमानस से अपील किया है कि राष्ट्र प्रथम की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए सर्वप्रथम राष्ट्र के बारे में सोचना होगा। देश का प्रत्येक नागरिक पर्यावरण, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक व अन्य क्षेत्रों में कुछ न कुछ योगदान दे सकता है, इसी से मा0 प्रधानमंत्री की अवधारणा 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का साकार किया जा सकेगा और भारत को विश्व गुरु के रूप में अपना परचम लहराएगा।
वहीं, मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों से हमें प्रेरणा मिलती है कि जो आजादी हमें इतने संघर्षों के बाद प्राप्त हुई है, को कैसे अक्षुण्ण बनाए रखा जाए, इससे हमें यह प्रेरणा मिलती है कि निरन्तर धैर्य व साहस से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।