बाराबंकी में महंत पर जानलेवा हमला! मंदिर नें लगे पेड़ों को कटवाने का कर रहे थे विरोध

बाराबंकी में महंत पर जानलेवा हमला! मंदिर नें लगे पेड़ों को कटवाने का कर रहे थे विरोध

बाराबंकी, अमृत विचार। बाराबंकी में एक महंत ने अपने ऊपर जानलेवा हमला किये जाने का आरोप लगाया है। महंत का आरोप है कि उन्हें सरेराह दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। महंत का कहना है कि उन्होंने मंदिर परिसर में लगे लाखों के पेड़ों को काटने का विरोध किया था। जिसके बाद हरियाणा से आये एक महंत और बाकी विरोधियों ने उनकी की पिटाई कर दी। 

महंत का आरोप है कि यह पूरा घटनाक्रम भाजपा विधायक के सामने हुआ। लेकिन उन्होंने भी बीच बचाव नहीं कराया। महंत ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो एक हफ्ते बाद वह अपनी जान दे देंगे। फिलहाल पुलिस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

पूरा मामला बाराबंकी में हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हरपालपुर में स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर से जुड़ा है। असंद्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत भवनियापुर कठेइया के श्री राम जानकी मठ के महंत मुकुंदपुरी ने आरोप लगाया है कि हरपालपुर में स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर उनके मठ की एक शाखा है। हरियाणा से आये महंत राम चंद्र गिरी महाराज मंदिर परिसर में लगे लाखों पेड़ों को कटवा रहे थे। पिछला बार आकर भी वह 11 लाख के पेड़ उन्होंने कटवा लिये थे। उसका कोई हिसाब किताब उन्होंने नहीं दिया। लेकिन इस बार पेड़ कटवाने का उन्होंने विरोध किया तो दबंगों न उन्हें दौड़ा दौड़ाकर पीटा।

महंत मुकुदंपुरी ने आरोप लगाया कि हरियाणा से आये महंत रामचंद्र गिरी, वीरेंद्र सिंह, रामकुमार, बृजेश और अज्जू शुक्ला समेत करीब आधा दर्जन दबंगों ने भाजपा विधायक दिनेश रावत के सामने उनको पीटा लेकिन वह और उनके सुरक्षाकर्मी कुछ भी नहीं बोले। महंत की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुजारी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस घटना से वह काफी आहत हैं और अपनी जान दे देंगे। वह एक सुसाइड नोट तैयार करेंगे और इन सभी का नाम उसमें डालकर आत्महत्या कर लेंगे।

वहीं हरियाणा से आये एक महंत राम चंद्र गिरी महाराज ने बताया कि उनका नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में लगभग चालीस सालों से आना जाना है। पेड़ों को बेचकर आने वाला पैसा मंदिर के जीर्णोधार में ही लगाया जाएगा। लेकिन महंत मुकुंदपुरी आये और यहां के लोगों से गाली गलौज और मारपीट करने लगे। उन्होंने कहा कि महंत मुकुंदपुरी के सारे आरोप निराधार हैं।

वहीं इस मामले में बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर परिसर में लगे पेड़ों को मंदिर के पुजारी के द्वारा कटवाया जा रहा था। प्रथम दृष्टया जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक वह पेड़ गैर प्रतिबंधित थे। जबकि इसी दौरान असंद्रा थाना क्षेत्र के दूसरे महंत मुकुंदपुरी वहां पहुंचे और पेड़ों के काटने पर आपत्ति जताई।

इस दौरान दोनों महंत के पक्षों में विवाद हो गया। इस झड़प में असंद्रा से आये महंत को कुछ चोटें आई हैं। महंत मुकुंदपुरी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही पेड़ और जमीन पर वैधानिक अधिकार किसका है, उस बारे में भी जानकारी की जा रही है। सारे तथ्यों की जांच करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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