Exclusive: लापरवाही: फर्रूखाबाद रूट पर धार्मिक स्थल ब्रह्मवर्त को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे नहीं दिखा रहा रुचि, मंधना-बिठूर नहीं बिक रहे टिकट
कानपुर, जमीर सिद्दीकी। फर्रूखाबाद रेल मार्ग पर मंधना स्टेशन से बिठूर तक ट्रेन का संचालन सफल नहीं हो रहा है क्योंकि रेलवे अधिकारियों को सर्वे में मिला है कि मंधना से बिठूर तक टिकट ही नहीं बिकता। किसी दिन पांच टिकट तो किसी दिन 10 टिकट ही बिकते हैं। ऐसे में मंधना से बिठूर तक रेलवे लाइन पर एक बार फिर संकट के बादल आने लगे हैं।
अनवरगंज से फर्रूखाबाद तक जब छोटी लाइन हटाकर बड़ी लाइन बिछाई गई थी तब मंधना से बिठूर तक रेलवे ने अपने नक्शे से गायब कर दिया था। बिठूर के लोगों ने हंगामा, धरना प्रदर्शन किया तो रेलवे ने मंधना से बिठूर तक एक रेल बस चला दी लेकिन ये रेल बस भी फेल हो गई क्योंकि ये रेल बस केवल मंधना से बिठूर तक चलती थी।
रेलवे ने फिर वही रिपोर्ट लगाकर रेल बस को बंद कर दिया कि टिकट नहीं बिक रहे हैं। बिठूर के लोगों ने फिर हंगामा किया तो एक बार फिर बड़ी लाइन बिछाने की योजना पर रेलवे ने विचार किया और बड़ी लाइन बिछाने का फैसला लिया। अंत में बिठूर रेलवे स्टेशन भी बना और बड़ी लाइन भी बिछाई गई। रेलवे ने अगर रुचि दिखाई होती तो यहां से देश के विभिन्न धर्मस्थलों के लिए ट्रेन चलायी जा सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मंधना-बिठूर के बीच बनना था हाल्ट स्टेशन
मंधना से बिठूर के मध्य एक हाल्ट स्टेशन भी बनना था लेकिन जब रेलवे को भारी नुकसान होने लगा तो हाल्ट स्टेशन को कैंसिल कर दिया गया। कुल मिलाकर बिठूर रेलवे स्टेशन से ट्रेनों की संख्याबढ़ते दिखाई नहीं दे रही है।
गंगा पर पुल बनाकर लखनऊ से जोड़ना था
बिठूर में गंगा नदी पर पुल तैयार करके बिठूर को लखनऊ रेलवे लाइन से जोड़ने की तैयारी थी। योजना बनी थी कि लखनऊ के अजगैन स्टेशन से जिस ट्रेन को फरुर्खाबाद जाना है, वह अजगैन से मुड़कर बिठूर होते हुए मंधना निकल आएगी। कुल मिलाकर फर्रूखाबाद की ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल जाये बिना ही मंधना निकालने की तैयारी थी जोखटाई में पड़ चुकी है।