कासगंज: SP ने बारिश में भीगती छात्राओं को सरकारी गाड़ी से गांव तक पहुंचाया, बोलीं- छात्र जीवन की यादें हुईं ताजा

कासगंज: SP ने बारिश में भीगती छात्राओं को सरकारी गाड़ी से गांव तक पहुंचाया, बोलीं- छात्र जीवन की यादें हुईं ताजा
बारिश में भीग रहीं छात्राएं एसपी अपर्णा रजत कौशिक के साथ गाड़ी में उत्साहित।

कासगंज, अमृत विचार। थाना समाधान दिवस से लौट रहीं एसपी ने जब कुछ छात्राओं को भीगते हुए जाते देखा तो उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी से छात्राओं को गांव तक पहुंचाया। कुछ मिनट की यात्रा में छात्राओं को मिशन शक्ति के प्रति जागरूक किया। एसपी बोलीं कि छात्राओं के साथ समय बिताने पर छात्र जीवन की यादें ताजा हो गईं हैं। 

दरअसल, हुआ यूं की शनिवार को थाना समाधान दिवस पर एसपी अपर्णा रजत कौशिक थाना सहावर में जन शिकायतें सुनने पहुंची थीं। वहां शिकायतें सुनने के बाद जब वह जिला मुख्यालय वापस लौट रही थीं कि तभी तेज बारिश होने लगी। उन्होंने रास्ते में देखा कि कुछ छात्राएं भीगती हुई अपने घरों की ओर जा रही हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी को रुकवाकर बारिश में भीग रहीं छात्राओं को अपनी गाड़ी में बैठाया और फिर उनके गांव बहटा तक छोड़ने स्वयं गईं।

कुछ मिनट की यात्रा में एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने छात्राओं को मिशन शक्ति के बारे में बातचीत की और उन्हें जागरूक किया। एसपी का कहना था कि छात्राओं के साथ बिताए गए कुछ मिनट बहुत अच्छे लगे और उन्हें अपने छात्र जीवन की यादें ताजा हो गईं। एसपी की इस कार्य की लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एसपी से अन्य अधिकारियों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।

ये भी पढ़ें- कासगंज: माता पिता से मिलकर किशोरी की आंखों में आए आंसू, रूठकर चली गई थी घर से

ताजा समाचार

रायबरेली : साइकिल की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान
आज नहीं तो कल आतंकवादियों से मिलने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी : संजय निषाद
कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
Unnao: शोभा यात्रा निकालने के साथ गणेश पंडालों में हुई पूजा-अर्चना, नम आंखों से दी गई गजानन महाराज को विदाई
'…खान, आईजी बोल रहा हूं…' जालसाज ने आईपीएस अधिकारी के नाम पर कॉल कर धमकाया, रिपोर्ट दर्ज
Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें