Kanpur: नहीं खत्म हुई हड़ताल, दूसरे दिन भी इंटर्न डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन, बोले- पांच साल पढ़ाई कर किया MBBS, लेकिन वेतन सिर्फ इतना...

Kanpur: नहीं खत्म हुई हड़ताल, दूसरे दिन भी इंटर्न डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन, बोले- पांच साल पढ़ाई कर किया MBBS, लेकिन वेतन सिर्फ इतना...

कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में इंटर्न डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। डॉक्टरों  ने जीएसवीएस मेडिकल कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही नौकरी नहीं मजबूरी है ये हड़ताल जरूरी है’अबकी बार 30 हजार, ‘एमबीबीएस इंटर्न है, बंधुआ मजबूर नहीं’समेत आदि नारे लगाए। कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी। 

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों की मांग सोमवार को पूरी नहीं होने पर वह मंगलवार को भी हड़ताल पर रहे। सोमवार को इंटर्नों ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को संबोधित ज्ञापन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला को दिया था। ज्ञापन पर सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर इंटर्नों पर आक्रोश है। 

डॉ. रुचि सिंह ने बताया कि इंटर्नों का वेतन 12 हजार रुपये है। जबकि अन्य प्रदेशों में इंटर्न डॉक्टरों का वेतन 25 से 30 हजार रुपये होता है। इंटर्न डॉक्टरों का वेतन एक मजदूर से भी कम है। सरकार इंटर्न के लिए कुछ नहीं सोच रही है। डॉ.अभय राज सिंह ने बताया कि सभी इंटर्न पांच साल की पढ़ाई करने के बाद एमबीबीएस डॉक्टर बने है। इसके बावजूद 12 हजार रुपये वेतन मिलता है। 

पूरे प्रदेश में 2500 इंटर्न है और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 250 इंटर्न है। इंटर्नों की मांग है कि जब तक मासिक वेतन 30 हजार रुपये तक नहीं किया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। वहीं, इंटर्नों के इस मुद्दे को सरकार तक पहुंचाने के लिए कई संभव प्रयास किए, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार व शिक्षा एवं चिकित्सा मंत्रालय ने इस विषय को अनदेखा करते हुए कोई भी टिप्पणी नहीं की हैं और ना ही कोई कदम उठाया है। इसलिए हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान डॉ. दिव्यांशी मिश्रा, डॉ. गजेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. सौरभ नायक, डॉ.अमिताभ पाण्डेय, डॉ.मनीष कुमार गुप्ता, डॉ.अनुभव राय, डॉ.आयुष पांडेय, डॉ. अंश दिवाकर, डॉ. मोहम्मद रेयान आदि इंटर्न रहे।

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