रामपुर : नींद आने पर वॉल्वो बस के चालक ने हेल्पर को थमा दिया था स्टेयरिंग

अप्रशिक्षित हाथों में बस का स्टेयरिंग आने के कारण हुआ भीषण हादसा

रामपुर : नींद आने पर वॉल्वो बस के चालक ने हेल्पर को थमा दिया था स्टेयरिंग

रामपुर,अमृत विचार। वॉल्वो बस के चालक को बस का स्टेयरिंग हेल्पर को देना भारी पड़ गया।परिणामस्वरूप मिलक के निकट हाईवे पर रोडवेज की जनरथ और प्राइवेट वॉल्वो बस की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। इसमें रोडवेज बस के चालक समेत चार लोगों की मौत हो गई जबकि 60 यात्री घायल हो गए।
वॉल्वो बस में सवार घायल श्रावस्ती निवासी सत्यपाल ने बताया कि रामपुर के बाद चालक को नींद की झपकी आ रही थी। इसलिए उनसे हेल्पर को बस का स्टेरिंग थमा दिया और खुद पीछे की सीट पर जाकर लेट गया। करीब दस किलोमीटर बाद ही उनकी बस की सामने से आ रही रोडवेज की जनरथ बस से टक्कर हो गई। इसके बाद बसों के अंदर चीख-पुकार मच गई। प्रशासन ने घायलों को दो बसों व दो एंबुलेंसों से श्रावस्ती रवाना कर दिया है।

नींद में थे दोनों बसों के यात्री  
सोमवार तड़के करीब चार बजे दोनों बसों में सो रहे यात्रियों की आंख तेज धमाके की आवाज के साथ खुलीं। इसके बाद उन्हें चीख-पुकार की आवाज सुनाई दी और फिर एंबुलेंसों के सायरन गूंजने लगे। मौके पर पहुंचे लोगों ने घायल को एंबुलेंस में लिटवाया। वाल्वो बस में सवार पवन ने बताया कि तड़के साढ़े चार बजे गहरी नींद आ रही थी, तभी यह हादसा हो गया। जिला अस्पताल में भर्ती शमशाद ने बताया कि जोरदार आवाज के साथ बस के परखच्चे उड़ गए। जब तक कुछ समझ पाते लोग मदद के लिए आ गए थे। डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया था और अस्पताल में भर्ती घायलों का हाल-चाल भी जाना।

घायलों के अस्पताल पहुंचते ही मची चीख-पुकार
मिलक के सरकारी अस्पताल में इतनी संख्या में घायलों के पहुंचते ही कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। मगर चिकित्साधीक्षक डॉ. बासित अली ने स्टाफ की मदद से पहले गंभीर घायलों का उपचार शुरू किया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया। इसके बाद अन्य घायलों का इलाज किया।

रूट डायवर्जन के कारण हुआ हादसा
सावन के प्रथम सोमवार के चलते कांवड़ियों की सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने जगह-जगह रूट डायवर्ट किया था। इसके कारण चालक निर्धारित मार्ग की बजाय रांग साइड आ रहा था। हालांकि जिले के उच्चाधिकारियों ने रूट डायवर्जन से इन्कार किया है। उकना कहना है कि वॉल्वो बस का चालक रांग साइड से आ रहा था। इसके कारण हादसा हो गया।

गुरु पूर्णिमा पर शांतिकुंज गए थे वॉल्वो सवार
वॉल्वो बस में सवार सभी लोग श्रावस्ती जिले के विभिन्न गांवों के थे। गुरु पूर्णिमा पर वह हरिद्वार गए थे। सभी शांतिकुंज में ठहरे थे। रविवार की रात नौ बजे उनकी वाल्वो बस शांतिकुंज से श्रावस्ती के लिए रवाना हुई थी।

हादसे के बाद वॉल्वो बस का चालक फरार
हादसे के बाद वॉल्वो बस का चालक फरार हो गया। घायलों को दोनों बसों से निकालने के बाद उसकी तलाश की गई मगर उसका कहीं पता नहीं चला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद चालक उनके साथ था। इस बीच मौका पाकर वह फरार हो गया। पुलिस उसे तलाश रही है।

बसों के शीशे तोड़कर बाहर निकाले गए लोग
हादसे के बाद दोनों बसों के दरवाजे क्षतिग्रस्त होकर बंद हो गए। मौके पर पहुंचे एंबुलेंस कर्मियों एवं पुलिसकर्मियों ने बसों के शीशे तोड़कर घायल यात्रियों को बाहर निकाला।  

दरवाजे के बाहर लटक गया चालक का शव
हादसे के बाद चालक कवींद्र सिंह का शव बस के दरवाजे के बाहर लटक गया। कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया। दोपहर बाद अधिकारियों ने सीएचसी से घायलों को रोडवेज बस से जिला अस्पताल भेजा। इसके बाद दिल्ली के यात्रियों को भेजने की तैयारी चल रही थी।

अंतिम संस्कार से दिल्ली लौट रही थी जेबा
मूल रूप से सीतापुर निवासी घायल जेबा ने बताया कि उसका परिवार दिल्ली में रहता है। सीतापुर में रहने वाले परिवार के एक सदस्य की मृत्यु हो गयी थी। वह रविवार को अपनी बच्ची के साथ अंतिम संस्कार में शामिल होने सीतापुर गयी थी। रविवार की देर रात वह दिल्ली जाने के लिए रोडवेज की बस में सवार हुई थी। रास्ते में यह हादसा हो गया। इसमें उनकी पुत्री का पैर भी फैक्चर हो गया।

घायलों को 10 एंबुलेंसों से पहुंचाया अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही एंबुलेंस के चालक संजीव यादव व ईएमटी विकास गंगवार घटना स्थल पर पहुंच गए। वहां का दृश्य देख दोनों के पसीने छूट गए। संजीव यादव ने उच्चाधिकारियों को बताया कि हादसा बड़ा है। उन्होंने आसपास की सभी एंबुलेंसों को जल्दी से मौके पर भेजने का आग्रह किया। इसके बाद मिलक से चार, पटवाई-रजपुरा से दो-दो, धमोरा व शहजादनगर से एक-एक एंबुलेंस को भेजा गया। संजीव यादव ने तीन बार में 17 घायलों को अस्पताल पहुंचाए।

हाईवे से जिला अस्पताल तक पांच घंटे तक मची रही चीख-पुकार
हादसे की जानकारी मिलने पर मिलक पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उच्चाधिकारियों को बताया कि हादसा बड़ा है। इसके बाद सीओ और एएसपी मौके पर पहुंच गए। कुछ देर बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। तड़के करीब चार बजे से सुबह आठ बजे हाईवे से अस्पताल तक चीख पुकार मची रही।

सर्व वैश्य महासभा के पदाधिकारियों ने जाना घायलों का हाल
अखिल भारतीय सर्व वैश्य एकता महासभा के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने भी जिला चिकित्सालय में भर्ती घायलों हाल-चाल जाना। सीएमओ एवं सीएमएस से हर संभव इलाज करने को कहा। प्रदेश अध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने घायलों के साथ स्टाफ भेजने की बात कही। उन्होंने बताया कि यहां से कोई स्टाफ नहीं जा रहा है। इस पर उन्होंने शहर विधायक आकाश सक्सेना से संपर्क करके घायलों के साथ स्टाफ भेजने की व्यवस्था कराई। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष प्रतिभा अग्रवाल, पारुल अग्रवाल, मीना खंडेलवाल, रवि अग्रवाल, विकास खंडेलवाल, बीना अग्रवाल मौजूद रहीं।

समिति ने जाना घायलों का हाल
वीर खालसा सेवा समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह ने घायलों का हाल-चाल जाना। घायलों को पानी, बिस्कुट, ब्रेड, समोसे आदि दिए। घायलों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। समिति के अध्यक्ष ने साथियों के साथ एडीएम लालता प्रसाद शाक्य से भी मुलाकात की। विक्रम सिंह, गुलशन अरोड़ा, अमनदीप सिंह, मोनू सिंह, कुलविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।

वैज्ञानिक को जन्मदिन पर मिला नया जीवन
रोडवेज में सफर कर रहे सीतापुर निवासी शुभम शुक्ला का दिल्ली सूचना मंत्रालय में वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। वह दिल्ली एम्स में मेडिकल कराने जा रहे थेञ इसके बाद उनकी ज्वाइनिंग होनी थी। इससे पहले रक्षा मंत्रलय में इंजीनियर थे। सोमवार को उनका जन्मदिन था। बताया कि ईश्वर ने जन्मदिन पर उन्हें पुनः जिदंगी दी है। वह हादसे में चोटिल हो गए लेकिन जान बच गयी।

बैंक में नौकरी करती है तान्या
हादसे में घायल जिला एटा के अलीगंज निवासी तान्या दिल्ली में आईसीआईसीआई बैंक में नौकरी करती हैं। 12 जुलाई को वह घर गयी थीं। सोमवार को वह दिल्ली जा रही थी। मगर हादसे के बाद वह अलीगंज रवाना हो गयी।

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