Banda: ...जब सोशल मीडिया में लाइव आकर डिप्टी CM ब्रजेश पाठक का चढ़ा पारा, सीएमओ को फोन कर लगाई फटकार, जानें- पूरा मामला

डिप्टी सीएम ने महोबा जाते समय किया निरीक्षण, वीडियो सोशल मीडिया पर किया लाइव

Banda: ...जब सोशल मीडिया में लाइव आकर डिप्टी CM ब्रजेश पाठक का चढ़ा पारा, सीएमओ को फोन कर लगाई फटकार, जानें- पूरा मामला

बांदा, अमृत विचार। एक ओर योगी सरकार चिकित्सा, शिक्षा पर विशेष फोकस करके जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा करती है, वहीं हकीकत सरकारी दावों के बिलकुल उलट ही दिख रही है। गुरुवार की दोपहर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का काफिला अचानक मटौंध स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गया। वहां का नजारा देखकर डिप्टी सीएम का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया।

स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक स्टाफ नर्स पुष्पा ही मौजूद मिली। पूछताछ के बाद स्टाफ नर्स सटीक जवाब नहीं दे सकी तो उन्होंने अपने सहायक से मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन करने की हिदायत दी। डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की फोन पर ही जमकर क्लास ली। 

डिप्टी सीएम ने जब उनसे स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्टाफ की जानकारी मांगी तो वह भी उपलब्ध नहीं करा सके। हालांकि डिप्टी सीएम ने उन्हें जल्द ही स्टाफ की पूरी जानकारी देने की हिदायत दी। स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद स्टाफ नर्स पुष्पा ने बताया कि यहां उनके अलावा रुचि, रेनू गुप्ता और अमिता चार स्टाफ नर्स तैनात हैं। डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर हालत पर नाराजगी जाहिर की और स्टाफ नर्स से पूछताछ की। 

जिस पर स्टाफ नर्स ने मेंटीनेंस को लेकर कई बार लिखा पढ़ी करने की बात कही, लेकिन जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए आए मरीजों से बातचीत की और एक मरीज को तत्काल भर्ती करने की हिदायत दी। 

डिप्टी सीएम महोबा जनपद में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, रास्ते में उन्होंने सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो चलाकर मटौंध स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया तो स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत सामने आ गई। बता दें कि ब्रजेश पाठक डिप्टी सीएम होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के मंत्री भी हैं। 

लेकिन अफसरों की लापरवाही का आलम यह है कि विभागीय मंत्री के भ्रमण के दौरान सीएमओ या स्वास्थ्य विभाग का कोई अफसर उनके साथ मौजूद नहीं रहा। हालांकि पूरे मामले में किसी भी प्रकार की कार्रवाई किए जाने की बात सामने नहीं आई।

ये भी पढ़ें- Kanpur: खूनी हाईवे पर ब्लैक स्पॉट चिह्नित करके सो गए अफसर; नौबस्ता से लेकर घाटमपुर तक रोज हो रहे हादसे