बागेश्वर: भारत सरकार की भूमि पर निर्माण की जांच करेगी टीम

बागेश्वर: भारत सरकार की भूमि पर निर्माण की जांच करेगी टीम

बागेश्वर, अमृत विचार। दानपुर सेवा समिति द्वारा देवीकुंड में बाल योगी आदित्य कैलाश द्वारा मंदिर निर्माण करके अतिक्रमण की शिकायत पर प्रशासन अब सक्रिय हो गया है। बुधवार को कपकोट से पुलिस व राजस्व विभाग की टीम देवीकुंड के लिए रवाना हो गई है। यदि वहां पर अतिक्रमण हुआ पाया गया तो टीम उसे ध्वस्त करेगी। टीम में 17 लोग शामिल हैं।

बता दें कि बाल योगी आदित्य कैलाश द्वारा ग्लेशियर रेंज में देवीकुंड के पास रिजोर्ट नुमा कुटिया बनाने व देवीकुंड में स्नान करने की जानकारी मिलने के बाद दानपुर क्षेत्र के ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की। जिस पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।

इधर जिलाधिकारी के आदेश पर बुधवार को कपकोट से तहसीलदार, पुलिस व वन विभाग की टीम ग्लेशियर क्षेत्र के देवीकुंड को रवाना हुई। टीम को पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी ने ब्रीफ किया व आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बताया गया है कि टीम वहां पर बने रिजॉर्ट नुमा कुटिया की भूमि का निरीक्षण करेगी तथा यदि वह प्रदेश या केंद्र सरकार की भूमि पर पाई गई तो उसे ध्वस्त करके लौटेगी। टीम में कुल 17 सदस्य शामिल हैं। सीओ अंकित कंडारी ने टीम को मौसम को देखते हुए सफर तय करने और सावधानी बरतने के निर्देश दिए। 

मां भगवती के निर्देश पर किया मंदिर का जीर्णोद्धार
उच्च हिमालयी क्षेत्र में देवीकुंड के पास मंदिर व कुटिया निर्माण की ग्रामीणों द्वारा शिकायत व प्रशासन के जांच के आदेश के बाद योगी आदित्य कैलाश सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि वहां पर मां भगवती के दिए निर्देश के अनुसार मंदिर का जीर्णाद्धार किया है। कहा कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं।

बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने एक होटल में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि बीते दिनों से देवीकुंड में स्नान व मंदिर जीर्णोद्धार के बाद कुछ राजनैतिक लोगों ने इसे मुददा बनाया है। बताया कि जब वे विगत वर्ष में चिल्ठा मंदिर में थे तो वहां मां भगवती ने साक्षात रूप से प्रकट होकर मंदिर का जीर्णोद्धार करने के आदेश दिया। जिस पर वे वहां पहुंचे तथा ग्रामीणों के साथ वार्ता करके वहां पर मंदिर का जीर्णोद्धार कराया।

बताया कि इससे पूर्व पर्यटक इस स्थान पर मांस मदिरा का सेवन करते थे जिसे उन्होंने बंद करवाया है। योगी ने कहा कि मंदिर के निर्माण पूर्ण होने के बाद आयोजित यज्ञ के बाद सामने पहाड़ी पर स्वास्तिक पर्वत के दर्शन हुए जो कि आज क्षेत्र की अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाया कि कुछ लोग राजनैतिक स्वार्थ के चलते इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।

 

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