बरेली: ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देने पर बीएसए ने शिक्षकों को किया अनुपस्थित, कार्रवाई करने की चेतावनी

बरेली: ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देने पर बीएसए ने शिक्षकों को किया अनुपस्थित, कार्रवाई करने की चेतावनी
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बरेली, अमृत विचार। शनिवार को जिले भर के स्कूलों में एक भी शिक्षक ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। मानपुर और टांडा के प्राथमिक स्कूलों में निरीक्षण को पहुंचे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों के ऑनलाइन उपस्थिति लगाने से मना करने पर उपस्थिति पंजिका में उन्हें अनुपस्थित दर्ज कर दिया। इसको लेकर शिक्षकों ने रोष जताया है।

इससे पहले शुक्रवार को कुल 13 शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई थी। जिले में ऑनलाइन शिक्षकों की उपस्थिति के लिए विभागीय अधिकारियों ने भी स्कूलाें में ताबड़तोड़ निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। शनिवार को अधिकारियों ने स्कूलों में पहुंच कर शिक्षकों से टैबलेट और मोबाइल से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने काे कहा, लेकिन उन्होंने अधिकारियों की एक न सुनी। शिक्षकों ने बताया कि सुबह स्कूलों में निरीक्षण को पहुंचे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों ने ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देने पर वेतन रोकने के साथ तमाम विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

शिक्षकों के अनुसार शनिवार को मानपुर और टांडा के प्राथमिक स्कूलों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों से ऑनलाइन हाजिरी लगाने को कहा, लेकिन शिक्षकों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह शिक्षक संघ के आह्वान पर ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगा रहे हैं। शिक्षकों के मना करने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उपस्थिति पंजिका में निरीक्षण रिपोर्ट लगाते हुए सभी शिक्षकों को अनुपस्थित दर्ज कर दिया।

बीईओ के खिलाफ आक्रोश, ब्लॉक से हटाने की मांग
शनिवार को शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है। उसमें कहा है कि आलमपुर जाफराबाद के एक प्राथमिक स्कूल में निरीक्षण को पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी ने वहां के शिक्षकों से अभद्रतापूर्वक बात की। यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार ने खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कमल भारती को ब्लॉक से हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारी अवसाद के शिकार हो गए हैं। आए दिन शिक्षकों को कार्रवाई की धमकी देते हैं। उन्हें तत्काल यहां से हटा कर अन्य कहीं अटैच करने की मांग की है। बताया कि इसके विरोध में सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

विभागीय अधिकारी ऑनलाइन उपस्थिति के लिए शिक्षकों को डरा, धमका रहे है। शिक्षकों के साथ अधिकारियों का ऐसा व्यवहार किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। -भानु प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष, यूटा

कोई भी शिक्षक इस तरीके से विरोध नहीं कर रहा है जिससे बच्चों और विद्यालयों का कोई भी नुकसान हो। अधिकारी शिक्षकों पर अनैतिक दबाव न बनाएं। अन्यथा संगठन आंदोलन तेज करेगा। -प्रियंका शुक्ला, जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ

निरीक्षण के दौरान शिक्षक अनुपस्थित थे, इसलिए उपस्थित पंजिका में दर्ज किया गया है और करवाई भी की गई है। शिक्षकों के आरोप बेबुनियाद हैं। इस संबंध मैं शिक्षकों के खिलाफ सभी जरूरी साक्ष्य भी हैं। -संजय सिंह, बीएसए