बरेली: बहकावे में आकर घर छोड़ रहीं नाबालिग...डेढ़ महीने में 15 मामले, कई का अब तक सुराग नहीं

बरेली: बहकावे में आकर घर छोड़ रहीं नाबालिग...डेढ़ महीने में 15 मामले, कई का अब तक सुराग नहीं
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बरेली, अमृत विचार। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती प्रेम संबंध में बदलने के बाद 14 से 16 आयु वर्ग की लड़कियां बहकावे में आकर घर छोड़ रही हैं। डेढ़ महीने में जिले में ऐसे 15 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें लड़कियों को प्रेमी बहलाकर ले गए। इन मामलों में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। हालांकि, अब तक कई लड़कियों का पता नहीं चल सका है।

मौसी रिश्तेदारी में गईं, किशोरी प्रेमी के चली गई
बारादरी थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला के अनुसार उसकी बहन की मौत हो चुकी है। उसके पास बहन की 16 वर्षीया बेटी रहती है। 26 जून को वह रिश्तेदारी में गई थी। इ स बीच शाहजहांपुर के गांव रसेवन का आकाश उनकी बहन की बेटी को बहलाकर ले गया। अभी तक किशोरी का पता नहीं चल सका है।

लापता छात्रा का पता नहीं चल सका
सुभाषनगर क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली किशोरी एक इंटर कॉलेज में कक्षा नौ में पढ़ती है। छात्रा के पिता के अनुसार बेटी चार जुलाई को कॉलेज गई थी। इसके बाद वह गायब हो गई। जिसका अब तक पता नहीं चल सका है।

फेसबुक के जरिये हुई दोस्ती, किया दुष्कर्म
शाहजहांपुर क्षेत्र की छात्रा ने थाना बारादरी में एक जुलाई को रिपोर्ट दर्ज कराई कि प्रेमी पारस गुप्ता ने बरेली में एक होटल में बुलाकर दुष्कर्म किया, जिसका वीडियो भी बना लिया। अब आरोपी ने ब्लैकमेल करते हुए पांच लाख रुपये की मांग की है। उसकी मां ने बदनामी के डर से आरोपी को ढाई लाख रुपये दे दिए। आरोप है कि आरोपी के ममेरे भाई और दोस्त ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। उसकी युवक से फेसबुक से दोस्ती हुई थी।

मकान मालिक का साला किशोरी को बहलाकर ले गया
संजयनगर में किराये के मकान में रहने वाली महिला के अनुसार 25 जून को उसकी 16 वर्षीया बेटी को मकान मालिक का साला राकेश प्रजापति बहलाकर ले गया। दोनों फोन पर बातचीत करते थे।

फोन से दोस्ती, हावड़ा में मिला शव
कैंट क्षेत्र के गांव चनहेटी निवासी 14 वर्षीय किशोरी को गांव का ही युवक बहलाकर ले गया था। दो जुलाई को किशोरी का शव हावड़ा जंक्शन से कुछ दूरी पर मिला। प्रकरण में पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। आरोपी से किशोरी की फोन पर अधिक बातचीत होती थी।

बच्चों को अकेला न छोड़ें, उनकी गतिविधियों पर रखें नजर
बरेली कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुविधा शर्मा के अनुसार बच्चे किशोर अवस्था में बढ़ते हारमोंस के कारण अपोजिट जेंडर के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं। वे स्वतंत्रता चाहते हैं। आज के बच्चे भौतिक संसाधनों को प्राप्त करने के लिए शॉर्टकट अपनाते हैं। इस बात का माता पिता को ध्यान रखना चाहिए। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों से बातचीत करें। बच्चों को अकेलापन महसूस न होने दें। उनके दोस्तों पर भी नजर बनाए रखें। मोबाइल का प्रयोग कम से कम करने दें। कोई गोल दें और उसे प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें।

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