लखनऊ : सीएंडडीएस के पूर्व मुख्य और अधीक्षण अभियंता के खिलाफ एफआईआर

दोनों पूर्व अभियंताओं पर आय से अधिक संपत्ति मिलने पर शुरू हुई कार्रवाई

लखनऊ : सीएंडडीएस के पूर्व मुख्य और अधीक्षण अभियंता के खिलाफ एफआईआर

राज्य ब्यूरो, लखनऊ/अमृत विचार । जलनिगम की कार्यदायी स्ंस्था सीएंडडीएस के पूर्व मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। कार्रवाई से पहले दोनों अभियंताओं की आय की जांच भी कराई गई, जिसमें आरोप सही पाए गए। दोनों अभियंता आय के स्रोतों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

पूर्व मुख्य अभियंता सुशील कुमार वर्मा विकास खंड गोमतीनगर के रहने वाले हैं। सतर्कता अधिष्ठान में हुई एक शिकायत के बाद इनके खिलाफ जांच शुरू हुई थी। इस दौरान पाया गया कि लोक सेवक के रूप में कार्य करते हुए इन्होंने 1.36 करोड़ की आय अर्जित की गई थी, लेकिन इनके द्वारा परिसम्पत्तियों के अर्जन एवं भरण पोषण पर किया गया कुल व्यय 3.98 करोड़ पाया गया। अर्थात ज्ञात व वैध स्रोतों से अर्जित की गयी अपनी आय के सापेक्ष 2.62 करोड़ का अधिक व्यय किया गया। इसी तरह इसी विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता जेपी मणि की भी खुली जांच की गई थी।

जांच में पाया गया कि जेपी मणि द्वारा लोकसेवक के रूप में कार्यरत रहते हुए, जांच के लिए निर्धारित की गई अवधि में अपनी आय के समस्त जात व वैध श्रोतों से कुल 01 करोड़ 37 लाख की आय अर्जित की तथा इसी अवधि में इनके द्वारा कुल 05 करोड़ 84 लाख व्यय पाया गया। इस प्रकार जांच के लिए निर्धारित की गई अवधि में जेपी मणि उपरोक्त द्वारा ज्ञात व वैध स्रोतों से अर्जित की गयी अपनी आय के सापेक्ष 04 करोड़ 46 लाख का अधिक व्यय किया गया। जांच के दौरान आय और व्यय में अधिक अंतर होने के कारण जब जवाब मांगा गया तो आरोपी जवाब नहीं दे पाया। सतर्कता अधिष्ठान ने इसी आधार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (1) ख के तहत मामला दर्ज किया है।

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