लखनऊ: मदरसे में नई शिक्षा जोड़ने का दिखा असर, 20 हाफिजों ने पाई कामयाबी
नीट में कामयाबी हासिल करने वालों का इस्लामिक सेन्टर ऑफ इण्डिया ने किया सम्मान
लखनऊ, अमृत विचार। इस्लामिक सेन्टर ऑफ इण्डिया ने शाहीन एकेडमी के नीट में कामयाब विद्यार्थियों और चिकित्सकों को डाक्टर्स डे के अवसर पर सम्मानित किया गया। शाहीन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अब्दुल कदीर और अकादमी के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर उनके हौसले को बढ़ाया। 1991 से देश में पहली जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे का आयोजन होता है। इस अवसर पर अपोलो हास्पिटल के डॉ. वलीउल्लाह सिद्दीकी और काइंड हास्पिटल के निदेशक शारिक हबीब को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि हमारी संस्था का उद्देश्य उचित शिक्षा के साथ उचित पालन-पोषण को यकीनी बनाना है। अल्लाह ने अपने आखिरी पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब को दुनिया में इल्म और अखलाक की शिक्षा के लिए ही भेजा था। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही ऐसा रास्ता है जिससे हम अपनी नयी पीढ़ी की दुनिया व ईमान की सुरक्षा के साथ साथ दुनियावी कामयाबी को यकीनी बना सकते हैं।
इस मौके पर डॉ. अब्दुल कदीर ने कहा कि देश में अपने अधिकार प्राप्त करना और कामयाबी की मंजिलें तय करने का एक ही रास्ता है कि हम अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाएं और विभिन्न परीक्षाओं में पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दिलाएं। उन्होंने कहा कि पिछले 35 सालों की महनतों के बाद हमने एक ऐसा शैक्षिक माडल बनाया है जिसके अनुसार अगर बच्चे को तालीम दी जाती है तो कोई वजह नहीं कि वह नीट, आईआईटी और जेईई में कामयाब न हो। मौलाना मुस्तफा नदवी ने कहा कि शाहीन का सबसे बड़ा कारनामा यह है कि इसमें नई शिक्षा के साथ मदरसे के बच्चों के लिए भी शिक्षा की राहें खुली हैं। इस साल 20 हाफिजों का नीट में चयन हुआ।
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