लखनऊ: सिक्योरिटी गार्ड की हत्या, छत पर पड़ा मिला शव-मुकदमा दर्ज

लखनऊ, अमृत विचार। हजरतगंज के सप्रू मार्ग स्थित गोमती रेजीडेंसी में सिक्योरिटी गार्ड अमित पाण्डेय (28) की हत्या कर दी गई। शनिवार सुबह उसका शव अपार्टमेंट की छत पर पड़ा मिला। छोटे भाई ने बिल्डर के बेटे पर पिटाईकर आंख फोड़ने व सिगरेट से जलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। परिजनों ने देर शाम को 50 लाख रुपये मुआवजे और सरकारी आवास की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा। पुलिस ने आरोपी बिल्डर के बेटे को हिरासत में ले लिया। उससे देर रात तक पूछताछ की जा रही थी।
सीतापुर हरगांव निवासी अमित पाण्डेय गोमती रेजीडेंसी में सिक्योरिटी गार्ड है। गोमती रेजीडेंसी पूर्व डीसीजी क्रिमिनल और बिल्डर अरुण त्रिवेदी का है। जिसके चतुर्थ तल पर अरुण का बेटा अमेव रहता है। अमित सिक्योरिटी गार्ड के साथ ही अमेव के फ्लैट में साफ-सफाई का भी काम करता था। अमित की पत्नी नेहा के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 12.30 बजे फूड डिलीवरी ब्वाय आया था। जिससे पार्सल लेने के बाद अमित कमरे में आए। फिर अमेव के पास जाने की बात कर चले गए। शनिवार सुबह नेहा की नींद खुलने पर पति कहीं नजर नहीं आए। वह तलाश करने लगी। कॉल किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। परेशान नेहा तलाश करती हुई अपार्टमेंट की छत पर पहुंची तो अमित का शव पड़ा मिला।
पीटने और सिगरेट से जलाने का आरोप
पत्नी का आरोप है कि अमित के शरीर पर सिगरेट से दागा गया। उसकी दाहिनी आंख में भी चोट थी। नेहा ने ही पति का शव मिलने की सूचना देवर सौरभ पाण्डेय को दी। भाई सौरभ ने आरोप लगाया कि बिल्डर के बेटे अमेव ने अमित की पिटाई की। इस दौरान उसे सिगरेट से कई जगह जलाया भी। सूचना पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। बिसरा फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। अमित के भाई सौरभ की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए अमेव से पूछताछ की जा रही है।
50 लाख का मुआवजा और सरकारी मकान की मांग
भाई सौरभ पाण्डेय ने बताया कि अमित के तीन बच्चे हैं। परिवार में वह इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसकी हत्या होने से आजीविका का संकट उत्पन्न हो गया है। इसलिए परिवार को पचास लाख की आर्थिक मदद के साथ सरकारी आवास दिया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। बवाल बढ़ते देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
फुटेज हटाने का लगाया आरोप
परिवार के मुताबिक अपार्टमेंट में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जिनकी फुटेज से भी छेड़छाड़ की गई है। आरोप है कि अमेव ने चतुर्थ फ्लोर पर कैमरे नहीं लगाए है। ऐसे में हत्या के लिए वही स्थान चुना गया। आरोप है कि सिक्योरिटी गार्ड को बुरी तरह से पीटा भी गया। जिसकी वजह से दाहिनी आंख के साथ हाथ,पैर और गले पर चोट लगी।
अक्सर करते थे गाली-गलौज
भाई शुभम ने बताया कि अमेव रोजाना सामान मंगाने के लिए ऊपर बुलाते थे। किसी न किसी बात पर गाली-गलौज करते थे। यही नहीं सामान भी अमित को खुद के पैसे लाने के लिए कहते थे। कुछ वक्त पहले रुपये मांगने पर विवाद हुआ था, तो मैनेजर ने कहा कि सामान ला दिया करो रुपये वह दे देगा।
अमेव रोजाना किसी न किसी नौकर को गाली बकता था। कुछ वक्त पहले सौरभ भी यहीं नौकरी करते थे। उसको भी सामान लाने पर गाली-गलौज कर भगाते थे। इस चक्कर में सौरभ ने नौकरी छोड़ दी थी, तो अमित काम देखने लगे थे।
ये भी पढ़ें -लखनऊ: सड़क हादसे पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम रुद्रप्रयाग रवाना