मेरी मौत की जिम्मेदार मेरी पत्नी और.... रिटायर्ड दरोगा के बेटे ने विषाक्त खाकर दी जान, सुसाइड नोट बारामद
त्नी और उसके घरवालों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने की रिपोर्ट

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी लखनऊ के दुबग्गा थाना क्षेत्र के बसंतकुंज में रिटायर्ड दरोगा के बेटे और ऑटो पार्ट्स व्यापारी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन ने उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो गई। सुसाइड नोट में व्यापारी ने पत्नी और उसके घरवालों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने पिता ने तहरीर पर बहू और उसके मायके वालों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
जॉगर्स पार्क बसंतकुंज निवासी रिटायर्ड उपनिरीक्षक वीरेंद्र नाथ सिंह का छोटा बेटा मंगल सिंह (32) अलीगंज में ऑटो पार्ट्स की दुकान चलाता था। करीब 3 साल पहले मंगल की शादी रस्तोगी नगर निवासी अनुराधा सिंह उर्फ चंचल से हुई थी। करीब दो महीने से पति-पत्नी के बीच विवाद होने लगा।
भाई भूपेंद्र ने बताया कि गुरुवार को मंगल घर में अकेला था। माता-पिता रिश्तेदार के घर गए थे। दोपहर में मंगल ने जहरीला पदार्थ खा लिया। शाम करीब पांच बजे वीरेंद्र नाथ सिंह पत्नी के साथ घर लौटे। कमरे में बेटा मंगल बेड़ के नीचे बेसुध पड़ा मिला। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। बिना देर किए बेटे मंगल को नर्सिंग होम में भर्ती कराया। वहां से उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां मंगल ने दम तोड़ दिया।
छानबीन के दौरान बेड पर मोबाइल के नीचे सुसाइड नोट मिला। उसपर लिखा था कि माता पिता मुझे माफ कर देना, मैं आप लोगों को छोड़कर जा रहा हूँ। पत्नी चंचल सिंह, सास सुधा सिंह, ससुर हरिकेश सिंह, साले आलोक और अविनाश मेरी मौत के जिम्मेदार है। मेरी आखिरी इच्छा है कि दोनों बेटों गोविंद और गोपाल की कस्टडी मेरे माता पिता को दी जाए। मेरी पत्नी मुझे मां बाप से अलग रहने के लिए कहती थी। मुझे न्याय दिया जाए। परिजन का कहना है कि चंचल करीब तीन हफ्तों से अपने मायके में बेटों के साथ रह रही है।
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