Kanpur: चालकों की अराजकता पर लगेगी लगाम, शहर के 30 रूटों पर ही दौड़ेंगे ई-रिक्शे, कलर कोडिंग व QR कोड व्यवस्था होगी लागू

Kanpur: चालकों की अराजकता पर लगेगी लगाम, शहर के 30 रूटों पर ही दौड़ेंगे ई-रिक्शे, कलर कोडिंग व QR कोड व्यवस्था होगी लागू

कानपुर, अमृत विचार। शहर में ई-रिक्शा चालकों की अराजकता पर लगाम लगाने के लिए बुधवार को स्टीयरिंग कमेटी में बैठक में कड़े फैसले लिए गए। बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर के 30 रूटों पर ही पंजीकृत 41 हजार ई-रिक्शे दौड़ सकेंगे। इन रूटों को अलग-अलग जोन में विभाजित किया जाएगा। 

इसके साथ ही कलर कोडिंग व क्यूआर कोड की व्यवस्था लागू की जाएगी। जिसमें ई-रिक्शे का पूरा डाटा उपलब्ध रहेगा। बैठक में मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि इन रूटों के निर्धारण कर उनके समाचार पत्रों में प्रकाशित कर परिवहन एसोसिएशन के पदाधिकारियों से सुझाव मांगे जाएंगे। 

बुधवार को मंडलायुक्त अमित गुप्ता व पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की अध्यक्षता में मंडलायुक्त सभागार में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में प्रमुख मुद्दा शहर में ई-रिक्शा चालकों की अराजकता का छाया रहा। जिन पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से बनाई गई कार्य योजना प्रस्तुत की गई। 

रिपोर्ट में बताया गया कि शहर में ई-रिक्शा की संख्या लगातार बढ़ते हुए 41 हजार तक पहुंच गई है, जिस कारण लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कार्य योजना को तीन चरणों में बांटा गया, जिसमें प्रथम चरण में जीटी रोड, जाजमऊ-भौंती हाईवे, नौबस्ता-हमीरपुर हाईवे, फूलबाग चौराहे से कंपनी बाग चौराहे तक ई-रिक्शा संचालन प्रतिबंधित किया गया। दूसरे चरण में घंटाघर, जरीब चौकी व रामादेवी चौराहे पर यूटर्न व्यवस्था लागू की गई। 

मंडलायुक्त ने कहा कि तीसरे चरण में ट्रैफिक पुलिस की ओर से चिन्हित किए गए 30 मार्गों पर पंजीकृत 41 हजार ई-रिक्शों का संचालन हो सकेगा। इन मार्गों पर संचालन के लिए ई-रिक्शा का सत्यापन, रूट का निर्धारण शामिल रहेगा। 

बैठक में डीएम राकेश कुमार, केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गरबयाल, नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन, संयुक्त पुलिस आयुक्त हरीश चंदर, डीसीपी पश्चिम विजय ढुल, डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह, एसीपी ट्रैफिक सृष्टि सिंह समेत परिवहन अधिकारी मौजूद रहे। 

यह दिए प्रमुख निर्देश

- चिन्हित किये गये रूटों का समाचार पत्रों में प्रकाशन कराकर परिवहन एसोसिएशन के पदाधिकारियों से विचार-विमर्श कर सुझाव लिए जाए।
- संभागीय परिवहन अधिकारी पंजीकृत ई-रिक्शा की थानेवार सूची तैयार कराकर पुलिस को उपलब्ध कराएं।
-थानों में कैंप लगवा कर ई-रिक्शा का क्रॉस सत्यापन कराया जाए कि उनकी फिटनेस, लाइसेंस, पता व अन्य दस्तावेज दुरुस्त है कि नहीं।
- रूट के लिये ई-रिक्शा मालिकों को निवास के नजदीक रूट की प्राथमिकता दी जाए। 
- रूट के लिये ई-रिक्शा मालिकों से उनकी पसंद के आधार पर रूट का निर्धारण किया जाए। 
- अधिक लोड वाले रूट पर रोटेशन में रूट का निर्धारण किया जाए।
- चिन्हित किए गए 30 रूट पर यातायात का अधिक लोड किन रूटों पर है इसका अध्ययन कर उसी के अनुसार रूट का निर्धारण किया जाए।
- सत्यापन के बाद जो ई-रिक्शा फिट नही पाए जाते है उन पर प्रवर्तन की कार्रवाई की जाए।
- प्रवर्तन के दौरान अनफिट पाए गए ई-रिक्शा की नियमानुसार नीलामी कराई जाए।

यह भी पढ़ें- Kanpur: फर्जी भर्ती घोटाले में तत्कालीन DIOS से हुई पूछताछ, 4 घंटे में दागे 30 सवाल, SIT मान रही संदिग्ध भूमिका