Kanpur: फर्जी भर्ती घोटाले में तत्कालीन DIOS से हुई पूछताछ, 4 घंटे में दागे 30 सवाल, SIT मान रही संदिग्ध भूमिका

Kanpur: फर्जी भर्ती घोटाले में तत्कालीन DIOS से हुई पूछताछ, 4 घंटे में दागे 30 सवाल, SIT मान रही संदिग्ध भूमिका

कानपुर, अमृत विचार। फर्जी भर्ती घोटाले में बुधवार को एसआईटी ने बड़े अधिकारियों को थाने बुलाकर पूछताछ की। तत्कालीन डीआईओएस-द्वितीय से एसआईटी ने चार घंटे की पूछताछ के दौरान 30 सवालों पर जवाब मांगे। जानकारी के अनुसार एसआईटी इस मामले में तत्कालीन डीआईओएस द्वितीय की भूमिका संदिग्ध मान रही है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग के फर्जी भर्ती घोटाले की आंच बड़े अधिकारियों तक पहुंच रही है। मामले की जांच कर रही एसआईटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) ने तत्कालीन डीआईओएस-द्वितीय मुन्नीलाल को बुलायाथा। 

टीम ने उनसे पैनल भर्ती प्रक्रिया, मामले का सत्यापन न होना, पैनल में शामिल 9 नामों में से दोनों नियुक्तियां बालिका विद्यालय में ही होना, नियुक्ति के दौरान कार्यालय के अन्य कर्मचारियों की भूमिका व उच्च अधिकारियों की भूमिका से संबंधित तीस सवाल पूछे। 

टीम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पूर्व डीआईओएस मुन्नीलाल कई सवालों के सीधा उत्तर देने से बचते रहे। उन्होंने कई बार प्रकरण पुराना होने की बात कही। ऐसे में टीम ने अब उन्हें दोबारा बुलाने की बात कही है। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच गहनता से की जा रही है। घोटालेबाज सामने लाए जाएंगे।

पूर्व डीआईओएस से भी हो सकती पूछताछ 

पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक फतेह बहादुर सिंह ने भी एसआईटी इस मामले में जल्द पूछताछ कर सकती है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रकरण के दौरान वह यहां तैनात थे। ऐसे में उनसे पूछताछ से अहम खुलासे भी हो सकते हैं।

यह है पूरा मामला

26 अक्टूबर को डीआईओएस कानपुर नगर की ईमेल पर एडी माध्यमिक की फर्जी ईमेल आती है। इसमें माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा नौ फर्जी शिक्षकों का पैनल भेजा जाता है। डीआईओएस कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी फर्जी ईमेल को एडी माध्यमिक की ईमेल मानकर नियुक्ति प्रक्रिया शुरु कर देते हैं। 

पैनल में दर्ज विनीता को मदन मोहन अग्रवाल इंटर कॉलेज किदवई नगर में दिसंबर माह में टीजीटी पद पर नियुक्ति मिल जाती है। मार्च माह तक उन्हें 2.59 लाख वेतन भुगतान होता है। मार्च माह में रिक्षा पांडेय को आर्य कन्या इंटर कॉलेज गोविंद नगर में पीजीटी पद पर नियुक्ति मिलती है। 

लेकिन फर्जीवाड़े का खुलासा आर्य कन्या इंटर कॉलेज के प्रबंधक और डीआईओएस अरुण कुमार की ओर से सत्यापन के लिए बोर्ड को भेजे गए पत्र से होता है। इस मामले में एफआईआर के पहले ही विनीता ने कॉलेज आना बंद कर दिया था, जबकि रिक्षा ने इस्तीफा दे दिया है। विनीता ने वेतन के 2.59 लाख रुपये ट्रेजरी में जमा कर दिए हैं।

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