Fatehpur: भीषण गर्मी का प्रकोप जारी, नौतपा के पांचवे दिन 46 डिग्री पहुंचा तापमान, लोग दिखे परेशान, बाजार व चौराहे रहे वीरान
फतेहपुर, अमृत विचार। दोआबा में गर्मी रोज नए रिकॉर्ड कायम कर रही है। बुधवार को नौतपा के पांचवें दिन भी आकाश से मानो अंगारे बरसे और पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि यह तापमान मंगलवार से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। लेकिन गर्मी और धूप की चुभन में जरा सी भी कमी नहीं समझ आई
दोआबा में बुधवार को 10.30 बजे ही हीटवेव कहर बरपाने लगी। जिससे लोग थरथरा उठे। सड़कों पर चलना दुश्वार हो गया। वहीं नौ घंटे तक शहर का तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा। गांवों से शहर तक जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आया। भरी दुपहरी में घर, दुकान, मकान, गली-मोहल्ले, छतें भभक उठे। 25 मई से शुरू हुए नौतपा में दोआबा झुलस उठा हैं। पहले दिन अधिकतम 44.4 डिग्री दर्ज किया गया। दूसरे दिन भी ताप इतना ही रही
वहीं मंगलवार को अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। यही नहीं गुजरे तीन दिनों में न्यूनतम ताप 31 से 32 डिग्री होने की वजह से रातें भी तप उठीं। वहीं बुधवार को सुबह 5.25 बजे से 33 डिग्री के साए में सूर्योदय हुआ। आहिस्ता-आहिस्ता सूरज ने चढ़ाई की। 10.30 बजते सूरज की तपिश, जमीन से छूटती गर्माहट और हीट बेव के मेल ने शहरियों का घरों से निकलना दुश्वार कर दिया। सड़कों पर जरूरी काम से निकले लोगों की कलाईयां चहक उठीं। यही नहीं 10.30 बजे अधिकतम ताप 43 डिग्री पहुंच गया। इसके बाद घंटे-दर-घंटे सूरज की तपिश बढ़ती गई।
जिससे गली-मोहल्ले, चौक-चौराहों पर वीरानी छाने लगी। बाजारों में सन्नाटा पसरने लगा। 12.30 बजे अधिकतम ताप 44.4 डिग्री पहुंच गया। वहीं दोपहर डेढ़ बजे मोबाइल सेट्स पर अधिकतम पारा 46 डिग्री दर्शाने लगा। दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक पारा 45 डिग्री से ऊपर रहा। इस बीच कूलर, पंखे पस्त नजर आए। घरों से लेकर दफ्तर तक एसी भी जवाब दे गए। शाम 5.30 बजे तापमान में गिरावट हुई। 6.30 बजे अधिकतम पारा 42 डिग्री के करीब रहा। मौसम विभाग अनुसार गर्म हवाएं सीधी दोआबा पर पड़ रही हैं। जिससे ताप अधिक है। आने वाले दिनों में भी गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है।
हर तरफ पसरा रहा सन्नाटा
इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बुधवार को सबसे व्यस्त रहने वाले वर्मा चौराहे पर सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर ढाई बजे इक्का-दुक्का लोग नजर आए। एक बजे के बाद सूरज के तेवर इतने तीखे हुए कि बाजार सन्नाटे में खो गए। व्यापारी, फुटपाथी दुकान, बेलदार, मजदूर छाया ढूंढते नजर आए। सीधी पड़ रही सूरज की किरणें बदल झुलसाने को बेताब नजर आई। लोग हाथ बंद दस्ताने, छाते की ओट, गमछा से चेहरा ढंककर निकले।
सुबह 33 डिग्री सेल्सियस रहा तापमान
प्रचंड गर्मी से जीना दुश्वार हो गया है। गांवों से शहर तक एक ही सदा सुनाई दी ‘हाय गर्मी उफ ये गर्मी’। बुधवार सुबह 5.25 बजे सूर्योदय हुआ। उस वक्त शहर का पारा 33 डिग्री था। आहिस्ता-आहिस्ता सूरज ने शहर पर चढ़ाई। एक पहर तक रानी का शहर झुलस उठा। इसके बाद सूरज बेकाबू हो गया। टनटनाती धूप और गर्म हवाओं के थपेड़ों ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। दोहपर 12 बजे ही दोआबा का तापमान 44 डिग्री पार कर गुड ऑफ्टर नून कहता दिखा।
ठंडा-ठंडा, कूल-कूल की दुकानें बढ़ीं
सूरज के तरकश से निकलते गर्म तीरों को देख ठण्डा-ठण्डा कूल की दुकानें भी सड़कों तक सरक आईं। नीबू पानी, शिकंजी, शरबत, जल-जीरा, लस्सी, गन्ना गूस विक्रेताओं की दुकानों पर बहार है। हालांकि किसी भी पेय पदार्थ के दाम 10 रुपए से नीचे नहीं हैं। सादा नीबू पानी 5 रुपए का है। फिर भी शहर में जगह-जगह खुली गरमी से राहत दिलाने वाली इन दिनों पर लोग उमड़ रहे हैं।
अब तो रात काटनी भी हो रही मुश्किल
मंगलवार की रात अधिकतम ताप 35 डिग्री रहा। अधिकतम व न्यूनतम करीब 11 डिग्री का अंतर होने की वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ा नजर आई। कूलर, पंखें पस्त दिखे। लिहाजा, रात 12 बजे तक लोग जागते रहे। इसके बाद रात के ताप में मामूली गिरावट ने लोगों की झपकी लेने दी। वहीं बुधवार को न्यूनतम तापमान 33 डिग्री रहा। जिससे दिन और रात काटना लोगों के मुश्किल भरा रहा।