धूप जलाने लगी त्वचा, अस्पतालों में बढ़े सनबर्न के मरीज- डॉक्टरों कि सलाह महिलाएं छाता को बनाएं लाइफस्टाइल
अमृत विचार,लखनऊ। इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी और तेज धूप से लोग परेशान हैं। धूप के कारण शरीर पर फफोले निकल रहे हैं। सनबर्न के मामले बढ़ गए हैं। शहर के प्रमुख अस्पतालों की ओपीडी में बड़ी संख्या में सनबर्न और त्वचा रोग से संबंधित मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एहतियात बरतने से सनबर्न से बचा जा सकता है।
बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी ने बताया कि गर्मियों की शुरुआत होते ही लोगों को त्वचा से संबंधित तमाम दिक्कतें होने लगती है। इस समय तेज धूप पड़ रही है। लिहाजा सनबर्न के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। ओपीडी में रोजाना 15 से 20 मरीज सनबर्न की शिकायत वाले आ रहे हैं।
मेडिकल भाषा मे इसे पोलिमार्फिक लाइट इरेक्शन (पीएलई) कहते हैं। हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेश चंद्र पांडेय ने बताया कि त्वचा रोग के करीब 100 मरीज रोजाना ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें सनबर्न के करीब 10 से 15 मरीज हैं। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक है। क्योंकि, महिलाओं की संख्या कोमल होती है। कई महिलाएं सनबर्न से बचाव को लेकर सुझाव लेने के लिए भी आ रही हैं।
डॉ. देवेश के मुताबिक मौसम विभाग ने कुछ दिनों में और तेज धूप होने की आशंका जताई है। इससे सनबर्न के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि कुछ दिनों से सनबर्न के केस बढ़े हैं। ओपीडी में जरूरी दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं। डॉक्टर इलाज के साथ बचाव की भी जानकारी भी दे रहे हैं।
महिलाएं अपनाएं छाता लाइफस्टाइल
बलरामपुर अस्पताल के डॉ.एमएच उस्मानी ने बताया कि सनबर्न से सबसे अच्छा बचाव छाता से किया जा सकता है। महिलाओं को इसे लाइफस्टाइल बनाना चाहिए। इंग्लैंड में महिलाएं छाता लगाकर ही बाहर निकलती हैं। इसके अलावा यदि छाता का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं तो कम से कम दुपट्टे से चेहरे को ढककर जरूर रखे। पुरुष सनबर्न से बचाव के लिए लंबी सेड वाली टोपी का इस्तेमाल करें।
सनस्क्रीन क्रीम लगाने का ये है सही तरीका
डॉ. उस्मानी ने बताया ज्यादातर महिलाएं सनबर्न से बचाव के लिए सनस्क्रीन क्रीम का इस्तेमाल तो करती हैं। लेकिन इसके इस्तेमाल का सही तरीका पता न होने से दिक्कत का सामना करना पड़ता है। डॉ. उस्मानी के मुताबिक सनस्क्रीन क्रीम को बाहर निकलने से करीब 15 मिनट पहले लगाना चाहिए। इसका असर भी महज 4 से 5 घंटे तक रहता है। इसके बाद क्रीम को पूरी तरह से धुलकर दोबारा से लगाना चाहिए। या फिर दिन में सुबह 7 बजे दोपहर 12 बजे और शाम 3 बजे क्रीम लगाने की आदत डालें। डॉ. उस्मानी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ-30) क्रीम उपयुक्त है। लेकिन यदि ज्यादा रेडिएशन की जगहों पर जा रहे हैं, जैसे कश्मीर के श्रीनगर, गोवा, कुल्लू मनाली आदि जगहों के लिए क्रीम एसपीएफ-50 को ही इस्तेमाल करना चाहिए।