Farrukhabad: पालतू गायों से परेशान किसानों ने की मतदान के बहिष्कार की घोषणा; पोस्टर लगाकर की जमकर नारेबाजी

Farrukhabad: पालतू गायों से परेशान किसानों ने की मतदान के बहिष्कार की घोषणा; पोस्टर लगाकर की जमकर नारेबाजी

फर्रुखाबाद, अमृत विचार। एक तरफ किसान दिन रात मेहनत कर खेतों में फसल तैयार कर रहा है तो दूसरी तरफ  पालतू गायें फसलों को चर जाती है। यह क्रम पिछले कई सालों से खनता पार के तकरीबन 20 गावों में जारी है। पालतू गायों से परेशान ग्राम शेर पुर सराय के किसानों ने आज मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है।

जिसके चलते ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का पोस्टर लगाकर जमकर नारेबाजी की एवं मतदान न करने की बात कही। विकास खण्ड कमालगंज के मौजा शेर पुर सराय के रहने वाले पंकज शुक्ला ने बताया गांव कुण्ड पुरा के लोगों ने सैकड़ो की संख्या में गाय पाल रखी है और उन गायों को वह लोग सांझ होते ही छोड़ देते हैं। ये गायें खेतों में तैयार खड़ी फसले चर जाती हैं। यदि इसने कोई शिकायत करता है तो उसके साथ मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। इस संबंध में वह कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं और विधायक को भी अवगत करा चुके हैं। 

लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई केवल शेरपुर सराय के ही नहीं बल्कि बहवलापुर, सिंगीरामपुर, चियासर, मधवपुर सहित 20 गांव के लोग परेशान हैं। कोई कार्रवाई न होने पर आज उन लोगों ने मतदान के बहिष्कार का फैसला ले लिया है। लोकसभा चुनाव में वह मतदान नहीं करेंगे। उनका कहना है कि जान से जीविका प्यारी होती है। उनकी खेती को देखते-देखते जानवर चर जाते हैं। जब वह बेड़ा राशि में इन जानवरों को बंद करते हैं तो बेड़ा रास से भी इन जानवरों को छोड़ दिया जाता है। 

गांव कुड़पुरा वालों का भय व्याप्त है। इस वजह से पिछले 20 साल से गायों को रात में छोड़ देते हैं जो की खेतों में खड़ी फसले चर जाती है। शेरपुर सराय के आज सैकड़ो लोगों ने बैनर लगाकर मतदान के बहिष्कार की घोषणा कर दी। ग्रामीणों ने बताया की गौशाला में गोवंशों को चिन्हित कर उनके सींगों पर पेंट कर भेजा जाता था। परंतु गौशाला से उन्हें बाहर कर दिया जाता था, ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

यह भी पढ़ें- Kannauj: बदला नियम; मतदान कार्मिकों को डाक से नहीं जाएगा पोस्टल बैलेट, गृह जनपद में आकर ही करना होगा वोट