Banda: मौसम में बदलाव को लेकर सीएमओ बोले- लू से बचाव को जिला व ब्लाक स्तर पर दवाओं का पर्याप्त स्टाक
त्वरित कार्रवाई के लिए रैपिड रिस्पांस टीम की गई तैनात
बांदा, अमृत विचार। मौसमी दृष्टिकोण को देखते हुए मई-जून में लू का मौसम रहता है। औसत तापमान अधिक होने की संभावना रहती है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने लू के प्रभाव, लक्षण और प्राथमिक उपचार की जानकारी दी है। बताया कि लू के मद्देनजर जिला और ब्लाक स्तर पर इलाज के लिए ओआरएस व आईवी फ्ल्यूड का पर्याप्त स्टाक कराया गया है। साथ ही त्वरित कार्रवाई के लिए रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया गया है।
सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने कहा कि मई व जून में लू (हीट वेव) का मौसम रहता है। लू को ध्यान में रखते हुए जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर इलाज की समुचित व्यवस्था के लिए ओआरएस व आईवी फ्ल्यूड आदि का पर्याप्त स्टॉक करा दिया गया है। मानव संसाधन को भी एलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करा दी गई है।
जनपद में अभी तक कोई भी अप्रिय घटना रिपोर्ट नहीं हुई है। प्रतिदिन ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों से लू की रिपोर्ट संकलित की जा रही है। जरूरत पर त्वरित कार्रवाई के लिए रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया गया है। सीएमओ ने लू से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियां बताईं है।
कहा कि कड़ी धूप में निकलने से बचे। बच्चों को दोपहर 12 से तीन बजे के बीच धूप में न ले जाएं। यात्रा के दौरान अपने साथ पानी अवश्य रखें। नीबू व चीनी पानी का घोल बनाकर अपने साथ रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में पीते रहें। हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहने, धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, चश्मा आदि का प्रयोग करें।
पेट में मरोड़, कमजोरी, चक्कर, सिर में तेज दर्द, उबकाई आना आदि लक्षण होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकीय सलाह लें। भेजन में पेय पदार्थों का सेवन अधिक करें। तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें।
ये भी पढ़ें- Banda News: 202 माइक्रो आब्जर्वरों पर निष्पक्ष लोकसभा चुनाव कराने की जिम्मेदारी...कलेक्ट्रेट में दिया गया प्रशिक्षण