Kanpur: इरफान सोलंकी बोले- 'कोर्ट में पेशी में लाया गया है या...हो सकता है कि मेरी भी खबर आए कि अटैक पड़ गया'
पेशी पर आए सपा विधायक इरफान सोलंकी भड़के
कानपुर, अमृत विचार। आगजनी मामले में गुरुवार को कोर्ट लाए गए सपा विधायक इरफान सोलंकी पेशी से पहले करीब तीन घंटे तक पुलिस लाइन में रखे जाने पर भड़क गए। मीडिया के सामने उन्होंने कहा, क्या पुलिस को मेरा एनकाउंटर करना था?
सपा विधायक को महाराजगंज जेल से यहां लाया गया। अन्य आरोपी भी पेशी पर आए। कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस उन्हें सिविल लाइंस स्थित पुलिस लाइन ले गई, जहां तकरीबन तीन घंटे तक उन्हें रखा गया। पुलिस लाइन में रखने से सपा विधायक झल्ला उठे। पेशी के दौरान उन्होंने मीडिया से कहा कि पुलिस कमिश्नर से पूछना कि वह न्यायपालिका की पेशी में आए हैं या पुलिस की पेशी में।
मुझे जज साहब के सामने पेश करने के बजाए पुलिस लाइन क्यों ले गए, क्या एनकाउंटर करना था क्या, कहीं मुझे भी तो अटैक नहीं आ रहा था। सपा विधायक ने कहा कि पुलिस लाइन ले जाने की क्या जरूरत थी, विधायक ने कहा, कि हो सकता है कि मेरी भी खबर आए कि विधायक जी को अटैक पड़ गया।
आचार संहिता व रंगदारी मामले में भी हुई पेशी
सपा विधायक इरफान समेत तीन के खिलाफ कर्नलगंज थाने में दर्ज आचार संहिता मामले व जाजमऊ थानाक्षेत्र में 350 वर्गगज जमीन की बाउंड्री तोड़ कर उसे कब्जाने के मामले में विमल कुमार ने विधायक पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। दोनों मामले एमपीएमएलए लोअर कोर्ट में विचाराधीन हैं, गुरुवार को मामले सुनवाई होनी थी।
आगजनी मामले में फैसला टलने के बाद सपा विधायक को लोअर कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन न्यायाधीश आलोक यादव के अवकाश पर होने चलते उन्हें एसीएमएम श्रुति वर्मा की कोर्ट में हाजिर किया गया। कोर्ट ने आचार संहिता मामले में 26 अप्रैल व रंगदारी मामले में 18 अप्रैल की तिथि निर्धारित की।
इरफान के साथ अमानवीय व्यवहार: अमिताभ
इरफान सोलंकी से मिलने के लिए आर्यनगर के सपा विधायक अमिताभ बाजपेई भी कोर्ट पहुंचे। मुलाकात के बाद अमिताभ बाजपेई ने कहा कि इरफान के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। वह एक जनप्रतिनिधि हैं, जिनको पुलिस वैन में लाया जा रहा है। इरफान रोजे से हैं, उन्हें धूप में तपती वैन में कई-कई घंटों तक रखा जा रहा है, उनको पानी तक नहीं दिया जा रहा है। विधायक के साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जा रहा है। यह द्वंद शासन की दमनकारी नीति और दुआओं के बीच है।